लखनऊ: प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा पीसीएस भर्ती 2016 का रिजल्ट देर शाम घोषित कर दिया गया. इस परीक्षा में राजधानी के कई होनहार अपनी चमक बिखेरने में कामयाब हुए.पीसीएस 2016 के माध्यम से 53 डिप्टी कलेक्टर और 52 डिप्टी एसपी समेत पीसीएस संवर्ग के 25 प्रकार के 633 पदों पर चयन किया गया है.
प्रदेश लोक सेवा आयोग ने यह रिजल्ट तीन साल की देरी से जारी किया है. यूपीपीएससी की परीक्षा में राजधानी से पंकज प्रकाश राठौर 20 रैंक के साथ एसडीएम पर के लिए चयनति हुए तो वही विपिन तिवारी का चयन डिप्टी एसपी पद पर हुआ जबकि आशीष का सब रजिस्ट्रार के पद पर चयनित हुए है. वहीं, तीन साल विलम्ब से परिणाम आने पर कैंडीडेट्स में रोष है.
राजधानी के इन आठ अभ्यर्थियों ने बढ़ाया मान:
- पंकज प्रकाश राठौर, एसडीएम
- अलंकार अग्निहोत्री, एसडीएम
- अजय मिश्रा, एसडीएम
- अबरार आलम, नायब तहसीलदार
- अभिषेक यादव, नायब तहसीलदार
- एश्वर्य नंदा, नायब तहसीलदार
- सार्थक श्रीवास्तव, ट्रेजरार
- प्रीति सिंह, नायब तहसीलदार
एसडीएमपद पर चयनित पंकज प्रकाश राठौर कहते हैं कि किसी भी परीक्षा में सफलता के लिए सबसे जरूरी है आपका उसे जुड़ाव होना. मैंने 2015 से सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू की थी. मेरा एक ही लक्ष्य था परीक्षा में बेहतर से बेहतर तैयारी करना. मैंने उसी पर अपना पूरा फोकस बनाए रखा. किसी भी परीक्षा में सफलता के लिए एकाग्रता की बहुत जरूत होती हैं. यह मेरा दूसरा अटेम्पट था, जिसमें मुझे सफलता मिली हैं. बीते साल 2017 में मैंने आईएएस, लोअर व अपर पीसीएस का इंटरव्यू दिया था, जिसमें मुझे अपर पीसीएस में सफलता मिली है.पंकज के पिता मिठ्ठू लाल राटौर सिचाई विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं. मेरी मा लांगश्री हाउस वाइफ हैं.
डिप्टी एसपी पद पर चयनित विपिन तिवारी ने कहा कि मैं असिस्टेंट कमिश्नर कॉमर्शियल टैक्स के पद पर तैनात हूं. पापा स्व. हरि प्रसाद तिवारी एसडीएम थे. पापा जहां भी रहे, वहीं मेरी पढ़ाई हुई. इंजीनियरिंग के बाद सिविल की तैयारी की. इस दौरान असिस्टेंट कमिश्नर बन गया. फिर भी तैयारी जारी रखी. अब डिप्टी एसपी के पद पर चयन हुआ है.
इसके साथ ही नायब तहसीलदार पद पर चयनित अवनीश कुमार यादव ने बताया कि 2011 में एआईआई के पद पर चयन हुआ. 2017 तक इस पद पर नौकरी की. उसके बाद सचिवालय में समीक्षा अधिकारी के पद पर चयन हो गया. अब पांचवे प्रयास में मैंने नायब तहसीलदार बना हूं. मेरे पापा स्व. पातीराम सिंह शिक्षक थे, मां बिटानी देवी गृहणी हैं. अपनी मेहनत और उनके आशीर्वाद से मुझे सफलता मिली है.