लखनऊ: रेलवे के चयनित सहायक लोको पायलट इन दिनों नाराज चल रहे हैं. चयन में सफल होने के बावजूद उन्हें नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया गया है. इसके लिए बार-बार वह अधिकारियों के चक्कर लगाकर थक चुके हैं. आखिरकार चयनित सहायक लोको पायलटों के सब्र का बांध टूट गया और वह प्रदर्शन करने उतर पड़े. मंगलवार को लखनऊ स्थित रेलवे कार्यालय पर दर्जनों चयनित सहायक लोको पायलटों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया.
रेलवे में सहायक लोको पायलट की भर्ती के लिए अगस्त 2018 और जनवरी 2019 में परीक्षा के साथ ही अन्य प्रक्रियाएं पूरी कराई गई थीं, जबकि अगस्त 2019 में चिकित्सकीय परीक्षण भी कर लिया गया था. बावजूद इसके अब तक इन सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं दिया जा रहा है. इन अभ्यर्थियों की नियुक्ति न करने के साथ उनकी ट्रेनिंग का भी शेड्यूल जारी नहीं किया गया है.
अभ्यर्थियों का आरोप है कि जब भी लखनऊ रेल मंडल के दफ्तर या फिर जिम्मेदारों से संपर्क कर पता करने का प्रयास किया जाता है तो जानकारी न होने की बात कहकर वापस कर दिया जाता है. एक साल से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन अभी तक अधिकारी टालमटोल ही कर रहे हैं. हम चक्कर लगाकर थक चुके हैं, लेकिन अब तक नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया जा रहा है. मजबूरन अब विरोध के लिए उतरना पड़ रहा है.
लखनऊ: रेलवे के चयनित सहायक लोको पायलट अभ्यर्थियों ने नियुक्ति पत्र के लिए किया प्रदर्शन - सहायक लोको पायलट ने किया प्रदर्शन
रेलवे के चयनित सहायक लोको पायलटों ने नियुक्ति पत्र के लिए राजधानी में प्रदर्शन किया. दरअसल चयन में सफल होने के बावजूद उन्हें नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया गया है.
लखनऊ: रेलवे के चयनित सहायक लोको पायलट इन दिनों नाराज चल रहे हैं. चयन में सफल होने के बावजूद उन्हें नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया गया है. इसके लिए बार-बार वह अधिकारियों के चक्कर लगाकर थक चुके हैं. आखिरकार चयनित सहायक लोको पायलटों के सब्र का बांध टूट गया और वह प्रदर्शन करने उतर पड़े. मंगलवार को लखनऊ स्थित रेलवे कार्यालय पर दर्जनों चयनित सहायक लोको पायलटों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया.
रेलवे में सहायक लोको पायलट की भर्ती के लिए अगस्त 2018 और जनवरी 2019 में परीक्षा के साथ ही अन्य प्रक्रियाएं पूरी कराई गई थीं, जबकि अगस्त 2019 में चिकित्सकीय परीक्षण भी कर लिया गया था. बावजूद इसके अब तक इन सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं दिया जा रहा है. इन अभ्यर्थियों की नियुक्ति न करने के साथ उनकी ट्रेनिंग का भी शेड्यूल जारी नहीं किया गया है.
अभ्यर्थियों का आरोप है कि जब भी लखनऊ रेल मंडल के दफ्तर या फिर जिम्मेदारों से संपर्क कर पता करने का प्रयास किया जाता है तो जानकारी न होने की बात कहकर वापस कर दिया जाता है. एक साल से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन अभी तक अधिकारी टालमटोल ही कर रहे हैं. हम चक्कर लगाकर थक चुके हैं, लेकिन अब तक नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया जा रहा है. मजबूरन अब विरोध के लिए उतरना पड़ रहा है.