लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्षी पार्टियों के साझा मंच तैयार करते हुए बनाए गए इंडिया गठबंधन की पांच राज्यों में आये चुनाव परिणाम के बाद महत्वपूर्ण बैठक (INDIA Alliance Meeting on Loksabha Election 2024) दिल्ली में बुलाई गई है. इस बैठक में विपक्षी दलों के बीच सीट शेयरिंग को चर्चा करते हुए फार्मूला तय होगा. सपा से जुड़े सूत्र बताते हैं कि पांच राज्यों में अच्छे परिणाम न मिलने और उससे पहले से सपा कांग्रेस के बीच तनातनी को समाप्त करने पर भी बातचीत होगी. सूत्र बताते हैं कि सभी परिस्थितियों को देखते हुए अखिलेश यादव अब कम सीटो पर मजबूती के साथ चुनाव लड़ने पर सहमत हो रहे हैं.
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Samajwadi Party President Akhilesh Yadav) की इच्छा है कि सभी दल मिलकर चुनाव लड़ें. जहां जो दल मजबूती के साथ चुनाव लड़ सकते हैं. वहां उन्हें टिकट दिया जाये. बैठक में कई विषयों पर चर्चा होगी. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव इंडिया गठबंधन की बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं. सपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अखिलेश यादव इंडिया गठबंधन के अंतर्गत उत्तर प्रदेश में अब कम सीटों पर चुनाव लड़कर भाजपा को हराने की रणनीति पर काम करना चाहते हैं.
इसके पीछे की वजह है कि विपक्ष जब तक एग्जिट नहीं होगा तब तक विपक्षी दलों की स्थिति मजबूत नहीं होगी. इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए अखिलेश यादव आज की बैठक में चर्चा करके सीट शेयरिंग का फार्मूला अपने पास रखना की बात करने वाले हैं. यूपी से समाजवादी पार्टी के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी भी इंडिया गठबंधन की बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं. सपा और रालोद उत्तर प्रदेश में एक दूसरे के सहयोगी दल हैं.
अखिलेश की कोशिश की सीट शेयरिंग के फार्मूले में समाजवादी पार्टी को तवज्जो दी जाए. इसके अलावा पश्चिम उत्तर प्रदेश में करीब एक दर्जन सीटों पर राष्ट्रीय लोक दल के मजबूत उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे, जबकि जिन सीटों पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता चुनाव जीतने की स्थिति में हो वह लोग चुनाव लड़े. बाकी सीटों पर समाजवादी पार्टी मजबूती के साथ चुनाव लड़ने की अपनी रणनीति बना रही है.
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता रविदास मेहरोत्रा कहते हैं कि इंडिया गठबंधन की बैठक में सीट शेयरिंग सहित अन्य विपक्षी दलों के मुद्दों पर चर्चा होगी. समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश की सभी विपक्षी दलों के साथ मिलकर 80 सीट जीतने की फार्मूले पर आगे बढ़ रही है. हमारी कोशिश है कि हम एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरे और भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश की सभी सीटों पर सफाया करें गठबंधन के स्तर पर जो भी फैसला लिए जाएंगे, वह सबको मान्य होंगे.
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