लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं. अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी की तरफ से शुक्रवार देर शाम नया आदेश जारी कर दिया गया है. अब प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थान 6 फरवरी तक बंद रहेंगे.
आदेश में साफ किया गया है कि ऑनलाइन क्लासेस पहले की तरह ही संचालित की जाएगी. कोरोना संक्रमण के हालातों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. उधर, लगातार बढ़ रही इन छुट्टियों को लेकर स्कूल संचालकों की तरफ से आपत्तियां उठाई जा रही हैं. उनकी मांग है कि स्कूलों में ऑफलाइन कक्षाओं के संचालन की छूट दी जानी चाहिए.
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण और सर्दी के मद्देनजर प्रदेश सरकार की तरफ से पहली बार बेसिक शिक्षा परिषद के सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में विंटर वेकेशन की व्यवस्था की गई थी. आठवीं तक के इन स्कूलों को पहले 14 जनवरी तक के लिए बंद किया गया. इसके बाद 16 जनवरी तक स्कूलों की छुट्टी की गई. उसके बाद 23 जनवरी तक के लिए अवकाश को बढ़ाया गया जिसे बाद में 30 जनवरी किया गया अब यह इसे बढ़ाकर छह फरवरी कर दिया गया है.
ये भी पढ़ेंः UP Election 2022: भाजपा ने जारी की 91 प्रत्याशियों की सूची, देखें लिस्ट
एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स का कहना है कि प्रदेश में करीब एक महीने से स्कूल बंद चल रहे हैं. एसोएिसशन के अध्यक्ष अतुल कुमार का कहना है कि प्रदेश में होटल, मॉल से लेकर बाजार तक खुले हुए हैं. बच्चे, बुजुर्ग सभी बाजारों में घूम रहे हैं. स्कूल सबसे सुरक्षित होने के बाद भी नहीं खोले जा रहे हैं. उनका कहना है कि इससे बच्चों की पढ़ाई का काफी नुकसान हो रहा है.
ये भी पढ़ेंः राजनीति के ये राज परिवार ...फल-फूल रही नई पीढ़ी
इससे पहले एक पत्र सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. कई मीडिया हाउस में उसी पत्र के आधार पर 15 फरवरी तक अवकाश घोषित किए जाने की खबरें भी प्रकाशित कर दी गई. हालांकि, बाद में शासन की तरफ से उसका खंडन किया गया.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप