लखनऊ: बेसिक शिक्षा विभाग के अनामिका शुक्ला प्रकरण को पीछे छोड़ देने वाला कारनामा माध्यमिक शिक्षा विभाग ने किया है. राजधानी लखनऊ के कालीचरण इंटर कॉलेज में शिक्षक पद पर चयन सरीना खान का हुआ, लेकिन तैनाती अखिलेश कुमार यादव को मिली. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने पूरे मामले को अब उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा के सामने ले जाने का एलान किया है.
डॉ. आरपी मिश्र ने बताया कि कालीचरण इंटर कॉलेज के प्राइमरी विभाग में 15 शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान 2016 में सरीना खान का चयन किया गया, लेकिन उनके स्थान पर अखिलेश कुमार यादव पिछले कई सालों से शिक्षक के तौर पर काम कर रहे हैं और वेतन भी ले रहे हैं. इतना ही नहीं, 15 मृतक आश्रित पदों पर भर्ती की अनुमति मिलने पर 21 शिक्षकों की भर्ती कर ली गई. इस भर्ती में भी बीटीसी अभ्यर्थियों के साक्षात्कार में उपस्थित रहने के बावजूद बीएड उपाधि वालों को मौका दिया गया.
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डॉ. मिश्रा ने कहा कि विद्यालय के प्रबंधक को जिला विद्यालय निरीक्षक ने कूट रचना का दोषी भी माना है, लेकिन कार्रवाई नहीं की जा रही है, क्योंकि उनका सम्बन्ध सत्तापक्ष से निकट का है. उन्होंने बताया कि माध्यमिक शिक्षक संघ ने तय किया है कि सोमवार को उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, प्रमुख सचिव, माध्यमिक शिक्षा और निदेशक, माध्यमिक शिक्षा से मिलकर पूरी हकीकत बताएंगे. अगर शिक्षा विभाग ने पक्षपात और नाइंसाफी खत्म नहीं की तो संघ की ओर से आंदोलन की शुरुआत की जाएगी.