लखनऊ: भाजपा के सहयोगी दल निषाद समाज पार्टी के अध्यक्ष व मत्स्य विभाग के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद इन दिनों काफी खुश हैं. निषाद कहते हैं कि वह जिस समाज से आते हैं, उसी विभाग का मंत्री बनकर हमें लोगों की सेवा करने का अवसर मिला है. हमने संजय निषाद से उनके विभाग से लेकर महंगाई समेत अन्य विभिन्न विषयों पर खास बातचीत की.
प्रश्न: आपने अभी सौ दिन, तीन माह और एक साल के लिए अपने विभाग की कार्य योजना का मुख्यमंत्री के सामने प्रस्तुतीकरण किया. क्या है इस योजना में?
उत्तर: मैं धन्यवाद दूंगा मुख्यमंत्री जी का. जिस समुदाय के लिए मैं संघर्ष कर रहा था, जिन लोगों का जीवनस्तर बेहतर करना चाह रहा था, वह मंत्रालय अलग किया और मुझे कैबिनेट मंत्री बनाया. जिस तरह से भगवान राम ने गले लगाया था निषाद राज को, जिसके बाद दुनिया में शांति आई थी और रावण राज खत्म होकर राम राज आया था. उसी तरह से मोदी और योगी जी ने एक निषाद के बेटे को गले लगाया है. जो जिम्मेदारी दी है, हम उसे पूरा करेंगे. जहां तक प्रेजेंटेशन की बात है तो यह सौ दिन, दो साल और पांच साल की कार्य योजना थी. हमने जो योजना बनाई है, जब इस पर अच्छी तरह से काम हो जाएगा तो विरोधियों के पास विरोध के लिए कोई मुद्दा ही नहीं होगा.
प्रश्न: आप भाजपा के सहयोगी दल के मुखिया है. प्रदेश में योगी सरकार जो बुलडोजर चलाकर कार्रवाई कर रही है, उसे कुछ लोग एक पक्षीय करार दे रहे हैं?
उत्तर: यह विरोधियों की हताशा है. जनता ने कोई विरोध किया हो तो बताइए. इस लोकतंत्र में अवैध को मान्यता नहीं दी गई है. वैध को मान्यता दी गई है. बिना नोटिस के कोई बुलडोजर नहीं चल रहा है. जो विरोध कर रहे हैं, वह अदालत में जा सकते हैं. पिछली सरकारों में कैसे काम हुआ आप देख लें. अधिकारी आंख मूंदे रहा और बिल्डिंग बन गई. बिना बुलडोजर के तो यह नहीं हट पाएगी न.
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प्रश्न: आप अक्सर कहते हैं कि आपकी पार्टी गरीब-गुरबों की पार्टी है. आम आदमी आपसे जुड़ा हुआ है. महंगाई बेतहाशा बढ़ती जा रही है. चुनाव के बाद तमाम पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ गए. जिसकी वजह से हर चीज प्रभावित है. यह बातें आपको परेशान नहीं करती हैं?
उत्तर: देखिए हम जिसके साथ हैं, वह बड़े भाई हैं. मोदी जी चिंता कर रहे हैं. योगी जी भी चिंता कर रहे हैं कि कैसे लोगों को राहत दी जाए. निश्चित रूप से गरीबों को राहत देने के लिए किसी न किसी से टैक्स लेना पड़ेगा.
प्रश्न: कहते हैं कि टैक्स दाल में नमक के बराबर लिया जाना चाहिए? अभी टैक्स कुछ ज्यादा ही नहीं है? यह जनता पर भारी नहीं पड़ रहा है? दूसरी बात आप अपनी पार्टी के मुखिया हैं. आप अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए मांग क्यों नहीं करते?
उत्तर: जो राजनीति के शिकार थे, वह निर्बल हैं. जो राजनीति के हिस्सेदार हैं, वह सबल हैं. ऐसे शिकार लोग गरीब हैं. गरीब की गरीबी तभी दूर होगी जब हम योजना बनाएंगे. उसे हम सहयोग और अनुदान देंगे. सहायता देने के लिए कहीं न कहीं से पैसे आने चाहिए. जनता ने चुना है सरकार को. क्योंकि पिछली सरकार ने पांच साल अच्छे काम किए हैं. हम और अच्छे काम करके दिखाएंगे.
प्रश्न: कहा जा रहा है कि चाइनीज मांगुर मछली सभी देसी प्रजातियों को खत्म करती जा रही है. इसको लेकर आपने कोई योजना बनाई है?
उत्तर: कानून बना हुआ है और अब यह उत्तर प्रदेश में नहीं बिकनी चाहिए.
प्रश्न: इसके बावजूद प्रदेश की मंडियों में यह मछली बिकती हुई देखी जा सकती है?
उत्तर: कानून बना है. ऐसे ढेर सारे लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई है. अभी कार्रवाई के लिए पत्र भी लिखा गया है. जहां ऐसा पता चलेगा, वहां कड़ी कार्रवाई की जाएगी. ऐसा कोई काम नहीं होने पाएगा, जो जनमानस के लिए खतरा पैदा करता हो.
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