लखनऊ : उत्तर प्रदेश में अब सनातन थीम पर आवासीय कॉलोनी विकसित की जा रही हैं. आवास विकास परिषद की नव्य अयोध्या स्कीम मंदिरों और मठों से भरी होगी, जबकि लखनऊ में एलडीए अनुमोदन लेकर संस्कार नगरम नाम की कॉलोनी विकसित की जा रही है.
अयोध्या में आवास विकास परिषद करीब दो महीने बाद 'नव्य अयोध्या' नाम से कॉलोनी विकसित करने का काम शुरू करेगा. यह कॉलोनी करीब 2200 एकड़ की होगी, जिसका पहला चरण 1200 एकड़ का होगा. इस पूरी कॉलोनी की खास बात यह है कि रिहायशी मानचित्र को मंदिरों की तरह दर्शाया जाएगा. सभी घरों का नक्शा एक जैसा बनाने की योजना है. सभी का स्वरूप राम मंदिर की तरह रखा जाएगा. पूरी दुनिया में यह अपने तरह की एक अद्भुत कॉलोनी होगी, जिसका संपूर्ण वास्तु वैदिक होगा.
अयोध्या में 'नव्य अयोध्या' स्कीम को लेकर विशेषज्ञ राजेश मेहतानी ने बताया कि पहला चरण करीब 1200 एकड़ का है. जिसके लिए भूमि अर्जन का काम बहुत तेजी से चल रहा है. इस कॉलोनी से राम मंदिर की दूरी छह किलोमीटर है. जिसके बाद में पुरानी बसी हुई अयोध्या और लखनऊ-गोरखपुर हाईवे है. इस हाईवे को पार करने के बाद यह 'नव्य अयोध्या' बसाई जा रही है. न केवल रिहायशी, बल्कि यहां पर व्यावसायिक होटल, सराय और गेस्ट हाउस बनाए जाएंगे. इसके बीचोबीच वैदिक कर्मकांड के लिए एक विशेष स्थान का भी निर्माण किया जाना है. 'नव्य अयोध्या' में रहने वालों को आध्यात्मिक अनुभूति हो, वह यह महसूस करें कि वह राम नगरी में हैं, इसका पूरा इंतजाम किया जाएगा.
इसी तरह लखनऊ में लखनऊ विकास प्राधिकरण की अनुमोदित कॉलोनी सुल्तानपुर रोड पर बनाई जा रही है. इस कॉलोनी का नाम संस्कार नगरम है. यहां प्लाटों की बुकिंग शुरू कर दी गई है. एक निजी डेवलपर इसको पूरी तरह से सनातन थीम पर बना रहा है. बताया जा रहा है कि खासतौर पर हिंदुओं के लिए इस पूरी स्कीम को विकसित किया जा रहा है. इसके अलावा अयोध्या में ही राम भूमि नाम से एक अन्य योजना को विकसित किया जा रहा है. यह योजना भी पूरी तरह से सनातन थीम पर विकसित की जा रही है.