लखनऊ: मंगलवार को देर रात अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के नाम पर एक संदेश वायरल हुआ था. जिसमें छात्रों से छात्र संगठन एबीवीपी से जुड़ने की बात कही गई थी. गुरुवार को समाजवादी पार्टी छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने इस पर अपना विरोध जाहिर किया. उन्होंने कहा है की 14 सितम्बर को एकेटीयू के उत्तर प्रदेश के बीटेक छात्रों को विश्वविद्यालय की तरफ से एबीवीपी से जुड़ने के लिए एक लिंक भेजा गया था.
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है और समाजवादी छात्रसभा इसका पुरजोर विरोध करता है. छात्रसभा इस मामले की जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करती है. साथ ही उन्होंने कहा कि, अगर इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं गई तो समाजवादी छात्रसभा सड़कों पर उतरकर आन्दोलन करने के बाध्य होगी. जिसकी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सरकार की होगी.
वहीं इस पूरे मामले पर एकेटीयू के मीडिया प्रभारी आशीष मिश्रा का कहना है कि विवि की तरफ से छात्रों को एक छात्र संगठन की तरफ से जुड़ने का संदेश भेजा गया था. जिसे विवि प्रशासन इसको स्वीकार करती है. प्रशासन का कहना है कि यह संदेश भूलवश चला गया. एकेटीयू प्रशासन छात्रों तक संदेश पहुंचाने के लिए बल्क एसएमएस सेवा का प्रयोग करता है. जिसमें विद्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि तकनीकी खामियों के चलते ऐसा हुआ था.
वहीं अन्य छात्र संगठनों ने इसे सोची-समझी रणनीति का हिस्सा बताया है और विश्वविद्यालय प्रशासन पर परिसर का राजनीतिकरण करने के आरोप लगाए हैं कि विश्वविद्यालय प्रशासन राजनीतिक विचारधारा को संरक्षण दे रहा है. एक सरकारी शैक्षणिक संस्थान के लिए यह अशोभनीय है.