ETV Bharat / state

किसानों को खाद नहीं दे पाने वाली सरकार उनकी आय दोगुनी कैसे करेगी : अखिलेश यादव

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो सरकार किसानों को खाद नहीं दे सकती है, उससे क्या उम्मीद की जाए. अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार का झूठ अब उसके ही गले की फांस बन रहा है.

author img

By

Published : Nov 10, 2021, 8:06 PM IST

अखिलेश यादव
अखिलेश यादव

लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार का झूठ अब उसके ही गले की फांस बन रहा है. प्रदेश भर में खाद की किल्लत है और सरकार कह रही है कि खाद का पर्याप्त स्टॉक है, कोई कमी नहीं है. लेकिन, हकीकत में पूरे प्रदेश में किसान परेशान हैं. कई-कई दिन लाइन में लगने पर भी जब खाद नहीं मिल रही है तो किसान का आक्रोश फूट रहा है. इससे कानून-व्यवस्था भी प्रभावित होने की आशंका है.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बयान जारी कर कहा कि प्रदेश में जितनी उर्वरक की जरूरत है उतनी आपूर्ति नहीं हो रही है. साधन सहकारी समितियों पर ताले पड़े हुए हैं. खाद की कालाबाजारी भी शुरू हो गयी है. अफसरों और भाजपा नेताओं की मिलीभगत से किसान को खाद नहीं मिल रही है.

बसपा के कई नेताओं ने थामा सपा का दामन
बसपा के कई नेताओं ने थामा सपा का दामन

उन्होंने कहा कि झांसी से ललितपुर तक खाद के लिए सुबह से शाम तक सड़कों पर किसान डटे रहते हैं. ललितपुर में तो आक्रोशित किसानों ने पुलिस वालों पर ही हमला बोल दिया. फतेहपुर, आगरा, इटावा, जालौन में भी किसान परेशान हैं. खाद न मिलने से क्षुब्ध किसानों ने आगरा में यमुना में पोइया घाट पर खड़े होकर प्रदर्शन किया. बाराबंकी में भी किसानों ने प्रदर्शन किया. सैफई में महिला किसानों ने विरोध जताया. प्रयागराज में खाद के लिए किसानों ने जाम लगाया.

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की संवेदनहीनता के फलस्वरूप ललितपुर में खाद खरीदने के लिए दो दिन से बिना खाए-पिए लाइन में लगे किसान भोगीलाल की मृत्यु हो गयी. जो किसान के लिए खाद न दे सके, उस सरकार से क्या उम्मीद की जाए कि वह किसानों की आय दोगुनी करने और उन्हें फसल का लाभप्रद मूल्य दिलाने का वादा निभाएगी. भाजपा सरकार में खाद की जद्दोजहद में अन्नदाता अपने को पूरी तरह असहाय पा रहा है.

बसपा के कई नेताओं ने थामा सपा का दामन
बसपा के कई नेताओं ने थामा सपा का दामन

भाजपा सरकार ने किसान को भगवान भरोसे छोड़ दिया है और खुद अमीरों को और ज्यादा समृद्ध करने में लगी है. प्रदेश की जनता भाजपा की चालों को समझ रही है और सन 2022 में समाजवादी सरकार को सत्ता में लाकर ही चैन लेगी.

इसे भी पढ़ें - UP Election 2022: जानिए समाजवादी पार्टी के घोषणा पत्र में क्या होगा?

इन सबके बीच बसपा के कई नेता बुधवार को समाजवादी पार्टी में शामिल हुए. झांसी सदर विधान सभा सीट से बसपा प्रत्याशी रहे सीताराम कुशवाहा के साथ उनके तमाम साथी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये. पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के पूर्व ओएसडी सुरेश चंद्र गौतम, एडवोकेट बाराबंकी तथा फैजियाब अली खान (फैजी) पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष शिया पी.जी. कॉलेज, लखनऊ ने भी समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार का झूठ अब उसके ही गले की फांस बन रहा है. प्रदेश भर में खाद की किल्लत है और सरकार कह रही है कि खाद का पर्याप्त स्टॉक है, कोई कमी नहीं है. लेकिन, हकीकत में पूरे प्रदेश में किसान परेशान हैं. कई-कई दिन लाइन में लगने पर भी जब खाद नहीं मिल रही है तो किसान का आक्रोश फूट रहा है. इससे कानून-व्यवस्था भी प्रभावित होने की आशंका है.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बयान जारी कर कहा कि प्रदेश में जितनी उर्वरक की जरूरत है उतनी आपूर्ति नहीं हो रही है. साधन सहकारी समितियों पर ताले पड़े हुए हैं. खाद की कालाबाजारी भी शुरू हो गयी है. अफसरों और भाजपा नेताओं की मिलीभगत से किसान को खाद नहीं मिल रही है.

बसपा के कई नेताओं ने थामा सपा का दामन
बसपा के कई नेताओं ने थामा सपा का दामन

उन्होंने कहा कि झांसी से ललितपुर तक खाद के लिए सुबह से शाम तक सड़कों पर किसान डटे रहते हैं. ललितपुर में तो आक्रोशित किसानों ने पुलिस वालों पर ही हमला बोल दिया. फतेहपुर, आगरा, इटावा, जालौन में भी किसान परेशान हैं. खाद न मिलने से क्षुब्ध किसानों ने आगरा में यमुना में पोइया घाट पर खड़े होकर प्रदर्शन किया. बाराबंकी में भी किसानों ने प्रदर्शन किया. सैफई में महिला किसानों ने विरोध जताया. प्रयागराज में खाद के लिए किसानों ने जाम लगाया.

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की संवेदनहीनता के फलस्वरूप ललितपुर में खाद खरीदने के लिए दो दिन से बिना खाए-पिए लाइन में लगे किसान भोगीलाल की मृत्यु हो गयी. जो किसान के लिए खाद न दे सके, उस सरकार से क्या उम्मीद की जाए कि वह किसानों की आय दोगुनी करने और उन्हें फसल का लाभप्रद मूल्य दिलाने का वादा निभाएगी. भाजपा सरकार में खाद की जद्दोजहद में अन्नदाता अपने को पूरी तरह असहाय पा रहा है.

बसपा के कई नेताओं ने थामा सपा का दामन
बसपा के कई नेताओं ने थामा सपा का दामन

भाजपा सरकार ने किसान को भगवान भरोसे छोड़ दिया है और खुद अमीरों को और ज्यादा समृद्ध करने में लगी है. प्रदेश की जनता भाजपा की चालों को समझ रही है और सन 2022 में समाजवादी सरकार को सत्ता में लाकर ही चैन लेगी.

इसे भी पढ़ें - UP Election 2022: जानिए समाजवादी पार्टी के घोषणा पत्र में क्या होगा?

इन सबके बीच बसपा के कई नेता बुधवार को समाजवादी पार्टी में शामिल हुए. झांसी सदर विधान सभा सीट से बसपा प्रत्याशी रहे सीताराम कुशवाहा के साथ उनके तमाम साथी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये. पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के पूर्व ओएसडी सुरेश चंद्र गौतम, एडवोकेट बाराबंकी तथा फैजियाब अली खान (फैजी) पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष शिया पी.जी. कॉलेज, लखनऊ ने भी समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.