ETV Bharat / state

भाजपा ने किसानों और नौजवानों को दिया धोखा : अखिलेश यादव - लखनऊ ताजा समाचार

अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा (BJP) ने किसानों और नौजवानों को धोखा दिया है. नौकरी के नाम पर युवाओं को ठगा गया है. उन्होंने कहा कि सरकार (Yogi Adityanath) अपनी नाकामी छिपाने की कोशिश में जुटी है.

अखिलेश यादव
अखिलेश यादव
author img

By

Published : Jul 27, 2021, 10:55 PM IST

लखनऊ : समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा है कि भाजपा (BJP) ने किसानों के बाद नौजवानों के साथ भी बड़ा धोखा किया है. भाजपा ने अपने संकल्प-पत्र (घोषणा-पत्र) में हर साल 70 लाख नौकरी देने का वादा किया था लेकिन नौकरी किसी को नहीं मिली. कोरोना संक्रमण काल में हुए लाॅकडाउन के दौरान लाखों नौजवानों की नौकरियां छूट गईं. खुद सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश-प्रदेश में बेरोजगारी की दर के रिकॉर्ड टूट चुके हैं.


अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के पांच साल के कार्यकाल में अब चंद महीने ही बचे हैं. तमाम दावों के बावजूद न तो बाहर से पूंजी निवेश हो रहा है और न ही उद्योग-धंधे लग रहे हैं. मध्यम और लघु उद्योगों की हालत खराब है. रोजगार के अवसर समाप्त हो रहे हैं. बेरोजगारी के इस दौर में लाखों नौकरियां बांटने का तमाशा हो रहा है. आए दिन नौजवान धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं और पुलिस उन पर लाठियां बरसा रही है. शासन-प्रशासन उनकी बात सुनना नहीं चाहता. अखिलेश ने कहा कि एक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार 2018 में बेकारी दर 5.92 प्रतिशत थी, जबकि 2019 में यह दर 9.97 प्रतिशत रही. यानी बेरोजगारी दर में दोगुने से ज्यादा वृद्धि हुई. 2020 लॉकडाउन में निकल गया. 2021 में फिर कैसे बेरोजगारी की दर घट गई ? इसका जवाब मुख्यमंत्री को देना चाहिए.

सपा के अध्यक्ष अखिलेश ने कहा कि फरवरी 2020 में भाजपा सरकार ने खुद माना था कि उत्तर प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या लगभग 34 लाख पहुंच गई है. 2018 के सरकारी आंकड़ों से यह संख्या 54 प्रतिशत अधिक बैठती है. फरवरी 2020 तक ही 12 लाख से अधिक युवाओं ने खुद को बेरोजगार बताकर सरकारी वेबसाइट पर अपने को पंजीकृत कराया था. मुख्यमंत्री ने चार वर्ष की समाप्ति पर चार लाख रोजगार देने का दावा कर प्रदेश के लाखों नौजवानों को सिर्फ गुमराह किया है.


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री रोजगार देने के बजाय सिर्फ पोस्टरों, विज्ञापनों और होर्डिंग्स के सहारे अपना गुणगान करने में जुटे हैं. उन्होंने कहा कि 2022 के चुनावों में अपनी हार को देखते हुए हताशा में भाजपा नेतृत्व और मुख्यमंत्री सच्चाई छिपाने का अभियान चला रहे हैं. लेकिन, सच कभी छिपता नहीं और झूठ के पैर टिकते नहीं हैं, यह बात भाजपा को याद रखनी चाहिए.

लखनऊ : समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा है कि भाजपा (BJP) ने किसानों के बाद नौजवानों के साथ भी बड़ा धोखा किया है. भाजपा ने अपने संकल्प-पत्र (घोषणा-पत्र) में हर साल 70 लाख नौकरी देने का वादा किया था लेकिन नौकरी किसी को नहीं मिली. कोरोना संक्रमण काल में हुए लाॅकडाउन के दौरान लाखों नौजवानों की नौकरियां छूट गईं. खुद सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश-प्रदेश में बेरोजगारी की दर के रिकॉर्ड टूट चुके हैं.


अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के पांच साल के कार्यकाल में अब चंद महीने ही बचे हैं. तमाम दावों के बावजूद न तो बाहर से पूंजी निवेश हो रहा है और न ही उद्योग-धंधे लग रहे हैं. मध्यम और लघु उद्योगों की हालत खराब है. रोजगार के अवसर समाप्त हो रहे हैं. बेरोजगारी के इस दौर में लाखों नौकरियां बांटने का तमाशा हो रहा है. आए दिन नौजवान धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं और पुलिस उन पर लाठियां बरसा रही है. शासन-प्रशासन उनकी बात सुनना नहीं चाहता. अखिलेश ने कहा कि एक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार 2018 में बेकारी दर 5.92 प्रतिशत थी, जबकि 2019 में यह दर 9.97 प्रतिशत रही. यानी बेरोजगारी दर में दोगुने से ज्यादा वृद्धि हुई. 2020 लॉकडाउन में निकल गया. 2021 में फिर कैसे बेरोजगारी की दर घट गई ? इसका जवाब मुख्यमंत्री को देना चाहिए.

सपा के अध्यक्ष अखिलेश ने कहा कि फरवरी 2020 में भाजपा सरकार ने खुद माना था कि उत्तर प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या लगभग 34 लाख पहुंच गई है. 2018 के सरकारी आंकड़ों से यह संख्या 54 प्रतिशत अधिक बैठती है. फरवरी 2020 तक ही 12 लाख से अधिक युवाओं ने खुद को बेरोजगार बताकर सरकारी वेबसाइट पर अपने को पंजीकृत कराया था. मुख्यमंत्री ने चार वर्ष की समाप्ति पर चार लाख रोजगार देने का दावा कर प्रदेश के लाखों नौजवानों को सिर्फ गुमराह किया है.


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री रोजगार देने के बजाय सिर्फ पोस्टरों, विज्ञापनों और होर्डिंग्स के सहारे अपना गुणगान करने में जुटे हैं. उन्होंने कहा कि 2022 के चुनावों में अपनी हार को देखते हुए हताशा में भाजपा नेतृत्व और मुख्यमंत्री सच्चाई छिपाने का अभियान चला रहे हैं. लेकिन, सच कभी छिपता नहीं और झूठ के पैर टिकते नहीं हैं, यह बात भाजपा को याद रखनी चाहिए.

इसे भी पढ़ें - 'राकेश टिकैत के साथ कोई किसान नहीं है, वो राजनीतिक दलों का शिकार बन गये हैं'

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.