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सपा ने निकाय चुनाव 2023 में जीत के लिए बनाई खास रणनीति, अखिलेश यादव मेट्रो से करेंगे प्रचार

समाजवादी पार्टी के मुख्यालय में बैठक में एकमत से मेयर प्रत्याशी वंदना मिश्रा सहित सभी पार्षद प्रत्याशियों को जिताकर भाजपा को करारी शिकस्त देने का संकल्प लिया गया.

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Published : Apr 28, 2023, 7:41 PM IST

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक मई को मेट्रो ट्रेन से निकाय चुनाव के लिए उम्मीदवारों के समर्थन में चुनाव प्रचार करेंगे. समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि अखिलेश यादव निकाय चुनाव के लिए प्रचार की शुरुआत मुंशी पुलिया से एयरपोर्ट तक मेट्रो के जरिए करेंगे. महापौर पद की प्रत्याशी वंदना मिश्रा और सपा के पार्षद प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार करेंगे.

इसके साथ ही लखनऊ में रोड शो भी अखिलेश यादव करेंगे. दो मई को लखनऊ में चुनाव प्रचार के आखरी दिन अखिलेश यादव रोड शो के माध्यम से चुनाव प्रचार करेंगे. समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि अखिलेश यादव अन्य शहरों में भी मेट्रो के माध्यम से चुनाव प्रचार करेंगे. 30 अप्रैल को वह गोरखपुर से अपने निकाय चुनाव के प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे. गोरखपुर में प्रचार की शुरुआत रोड शो से होगी.

समाजवादी पार्टी के मुख्यालय में शुक्रवार को लखनऊ नगर निगम के अन्तर्गत सभी 110 वार्ड के प्रभारियों की बैठक में एकमत से समाजवादी पार्टी की मेयर प्रत्याशी वंदना मिश्रा सहित सभी पार्षद प्रत्याशियों को जिताकर भाजपा को करारी शिकस्त देने का संकल्प लिया गया. बैठक में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि निकाय चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है. शासन-प्रशासन भाजपा सरकार के इशारे पर काम कर रहा है. खुद मुख्यमंत्री भी नगर निकाय चुनाव में बुनियादी मुद्दों पर चर्चा नहीं करते हैं.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि यह चुनाव क्या है और किस लिए हो रहा है? भाजपा नेतृत्व अनावश्यक मुद्दों पर बात क्यों करता है? नगरीय विकास के बारे में भाजपा चर्चा क्यों नहीं करती है? मुख्यमंत्री तमंचा, गुंडों की ही ज्यादा बातें क्यों करते हैं? लखनऊ की जनता चुनाव में इसका जवाब देगी. यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में महंगाई, लूट, हत्या, बलात्कार, भ्रष्टाचार और अन्याय चरम पर है. लोगों में भाजपा सरकार के प्रति आक्रोश है. स्मार्ट सिटी नारा भर है. बुनियादी समस्याएं जहां की तहां है. भाजपा ने विकास योजनाओं में लूट की है. कूड़े का निस्तारण नहीं हुआ है. समाजवादी पार्टी के समर्थकों का उत्पीड़न किया जा रहा है. छोटे व्यापारियों को पेरशान किया जा रहा है. जीएसटी के छापे समाजवादी पार्टी समर्थक व्यापारियों के यहां ही क्यों पड़ते हैं?

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार के समय ही राजधानी लखनऊ में विकास कार्य हुए थे. रिवर फ्रंट, मेट्रो रेल, लोहिया और जनेश्वर मिश्र पार्क, इकाना स्टेडियम, जेपी इन्टरनेशनल सेंटर आदि के सापेक्ष भाजपा सरकार में एक भी निर्माण कार्य नहीं हुआ है. उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से घर-घर जाकर सम्पर्क करने को कहा है. भाजपा सरकार के रहते किसी को न्याय नहीं मिलेगा. निकाय चुनाव में भाजपा का सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी से है. भाजपा की चालबाजियों से हमें सावधान रहना है. भाजपा को इस निकाय चुनाव में करारी शिकस्त देनी है.

ये भी पढ़ेंः भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी बोले, अतीक-अशरफ हत्याकांड का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक मई को मेट्रो ट्रेन से निकाय चुनाव के लिए उम्मीदवारों के समर्थन में चुनाव प्रचार करेंगे. समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि अखिलेश यादव निकाय चुनाव के लिए प्रचार की शुरुआत मुंशी पुलिया से एयरपोर्ट तक मेट्रो के जरिए करेंगे. महापौर पद की प्रत्याशी वंदना मिश्रा और सपा के पार्षद प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार करेंगे.

इसके साथ ही लखनऊ में रोड शो भी अखिलेश यादव करेंगे. दो मई को लखनऊ में चुनाव प्रचार के आखरी दिन अखिलेश यादव रोड शो के माध्यम से चुनाव प्रचार करेंगे. समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि अखिलेश यादव अन्य शहरों में भी मेट्रो के माध्यम से चुनाव प्रचार करेंगे. 30 अप्रैल को वह गोरखपुर से अपने निकाय चुनाव के प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे. गोरखपुर में प्रचार की शुरुआत रोड शो से होगी.

समाजवादी पार्टी के मुख्यालय में शुक्रवार को लखनऊ नगर निगम के अन्तर्गत सभी 110 वार्ड के प्रभारियों की बैठक में एकमत से समाजवादी पार्टी की मेयर प्रत्याशी वंदना मिश्रा सहित सभी पार्षद प्रत्याशियों को जिताकर भाजपा को करारी शिकस्त देने का संकल्प लिया गया. बैठक में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि निकाय चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है. शासन-प्रशासन भाजपा सरकार के इशारे पर काम कर रहा है. खुद मुख्यमंत्री भी नगर निकाय चुनाव में बुनियादी मुद्दों पर चर्चा नहीं करते हैं.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि यह चुनाव क्या है और किस लिए हो रहा है? भाजपा नेतृत्व अनावश्यक मुद्दों पर बात क्यों करता है? नगरीय विकास के बारे में भाजपा चर्चा क्यों नहीं करती है? मुख्यमंत्री तमंचा, गुंडों की ही ज्यादा बातें क्यों करते हैं? लखनऊ की जनता चुनाव में इसका जवाब देगी. यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में महंगाई, लूट, हत्या, बलात्कार, भ्रष्टाचार और अन्याय चरम पर है. लोगों में भाजपा सरकार के प्रति आक्रोश है. स्मार्ट सिटी नारा भर है. बुनियादी समस्याएं जहां की तहां है. भाजपा ने विकास योजनाओं में लूट की है. कूड़े का निस्तारण नहीं हुआ है. समाजवादी पार्टी के समर्थकों का उत्पीड़न किया जा रहा है. छोटे व्यापारियों को पेरशान किया जा रहा है. जीएसटी के छापे समाजवादी पार्टी समर्थक व्यापारियों के यहां ही क्यों पड़ते हैं?

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार के समय ही राजधानी लखनऊ में विकास कार्य हुए थे. रिवर फ्रंट, मेट्रो रेल, लोहिया और जनेश्वर मिश्र पार्क, इकाना स्टेडियम, जेपी इन्टरनेशनल सेंटर आदि के सापेक्ष भाजपा सरकार में एक भी निर्माण कार्य नहीं हुआ है. उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से घर-घर जाकर सम्पर्क करने को कहा है. भाजपा सरकार के रहते किसी को न्याय नहीं मिलेगा. निकाय चुनाव में भाजपा का सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी से है. भाजपा की चालबाजियों से हमें सावधान रहना है. भाजपा को इस निकाय चुनाव में करारी शिकस्त देनी है.

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