लखनऊ: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 2 दिन पूर्व कोरोना वैक्सीन को लेकर विवादित बयान दिया था. इसको लेकर विपक्षियों ने उन्हें निशाने पर ले लिया है. अब सोमवार को अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कहा कि योगी सरकार में नवयुवक आत्महत्या कर रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश के सीएम योगी कह रहे हैं कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में मेट्रो नहीं थी. इसे देश की जनता बहुत अच्छे से जानती हैं. सीएम योगी आज जो उपलब्धियां गिना रहे हैं, उसमें नोएडा को नई दिल्ली से जोड़ने वाली मेट्रो भी शामिल है. इस मेट़्रो को समाजवादी सरकार ने साल 2017 में बनवाया था.
यूपी के सीएम कंफ्यूज
अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कन्फ्यूज हैं और हम कन्फ्यूज हैं कि वह योगी हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रदेश के गन्ना किसानों को भुगतान किए जाने के दावे पर चुटकी लेते हुए अखिलेश ने कहा कि गन्ना किसानों के 10 हजार करोड़ रुपये बकाया हैं. आजमगढ़ में गन्ने के किसानों का भुगतान इसलिए नहीं किया जा रहा है, क्योंकि वह सपा का संसदीय क्षेत्र है. आजमगढ़ में भारतीय जनता पार्टी को करारी हार मिली है.
आत्महत्या कर रहे युवा
अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम योगी चार लाख नौकरी देने का दावा कर रहे हैं, लेकिन प्रदेश के बेरोजगार नवयुवक नौकरी न मिलने के कारण आत्महत्या कर रहे हैं. बता दें कि अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कोरोना वायरस पर दिए विवादित बयान को लेकर अपनी सफाई दी है. अखिलेश ने कहा कि उन्होंने किसी वैज्ञानिक का अपमान नहीं किया है, बल्कि उन्होंने सरकार से पूछा है कि सरकार बताए कि कब तक कोरोना वैक्सीन आ जाएगी और यह गरीबों को मुफ्त में मिलेगी या नहीं.