लखनऊ: PUBG गेम के चलते अपनी मां की हत्या करने वाले हत्यारोपी बेट के खिलाफ उसकी दादी की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. वहीं, अपनी पत्नी के शव को अंतिम संस्कार करने के बाद गुरुवार को नवीन सिंह अपने घर वाराणसी चले गए. उनके साथ उनकी 10 साल की मासूम बेटी भी थी, जो फिलहाल पिछले मंगलवार की रात से शांत है. वाराणसी जाने से पहले नवीन ने कहा कि हर इंसान चाहता है कि उसकी औलाद हंसती खेलती जिंदगी गुजारे. लेकिन मैं चाहता हूं कि मेरा बेटा जिंदगी भर सलाखों के पीछे रहे. इससे हर बेटे को सबक मिले और कोई अपनी मां की जान न ले.
नहीं कर पाऊंगा बेटे को माफ
नवीन ने कहा कि पत्नी को खो चुका हूं और वो अपने बच्चों को बेपनाह प्यार करते हैं. लेकिन जो उनके बेटे ने किया है. उसके लिए कोई माफी नहीं है. इसलिए उन्होंने अपनी मां नीरजा देवी से पीजीआई थाने में बेटे के खिलाफ साधना की हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया है. मुकदमा दर्ज होने के बाद ही पुलिस ने आरोपी बेटे को बाल सुधार गृह भेज दिया था.
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जरूरत पड़ी तो मासूम बेटी देगी बेटे के खिलाफ गवाही
नवीन ने बताया कि पत्नी की मौत की खबर मिलते ही जब वो लखनऊ आया तब से ही उनकी 10 साल की बेटी जो सबसे शैतान थी वो अब शांत है, क्योंकि उसने बीते 7 दिन में जो देखा शायद ही वो कभी भूल पाए. इसलिए उसे वह इन सब से दूर अपने घर ले जा रहें हैं. लेकिन अपने बेटे को सजा दिलाने के लिए अगर हत्या की इकलौती चश्मदीद गवाह अपनी बेटी को वापस लाना पड़े तो वो जरूर लाएंगे.
मां को मार स्कूटी चलाने के किया सपना पूरा
नवीन ने बताया कि पत्नी साधना बेटे को स्कूटी नहीं चलाने देती थी. वो डरती थी कि कहीं स्कूटी से कोई एक्सीडेंट न हो जाये. कई बार वो मुझसे शिकायत कर चुकी थी. लेकिन बेटे ने पहले मां को मारा और फिर स्कूटी से घूम रहा था.
दरअसल, 16 साल के एक लड़के ने अपनी मां का कत्ल इसलिए कर दिया. क्योंकि वह बेटे को PUBG गेम खेलने से रोकती थी. इतना ही नहीं उसके ऊपर खेल का असर इस तदर हावी था कि वह दो दिनों तक शव के साथ ही रहा और रुम फ्रेशनर के जरिए उसे छिपाने की कोशिश करता रहा. साथ ही रह रही बहन को धमका कर एक कमरे में बंद कर दिया था.
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