लखनऊ: राजधानी से सटे हुए गांव में स्थित प्राचीन सती माता मंदिर पर रहने वाले नागा साधु आनंद गिरि महाराज ने 6 महीने 8 दिन बिना अन्न और जल के तपस्या की. उन्होंने यह अनुष्ठान देश में चल रही कोरोना महामारी को देखते हुए किया. इसके साथ ही उन्होंने देश में शांति, अमन चैन बढ़ाने और आपदा को रोकने के लिए 108 फुट का धर्म ध्वज भी फहरायी. इस धर्म ध्वजा की लागत करीब 80 लाख रुपए है. जब ईटीवी संवाददाता ने नागा साधु से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि आने वाली महामारी से बचाने के लिए तपस्या की गई. उन्होंने भविष्यवाणी की कि आने वाले वर्ष 2022 में आने वाले होली के त्योहार के साथ ही कोरोना वायरस पूरी तरह समाप्त हो जाएगा.
राजधानी लखनऊ से लगे हुए प्राचीन सती माता मंदिर पर रहने वाले नागा साधु आनंद गिरि महाराज ने कोरोना वायरस के खत्म होने को लेकर भविष्यवाणी की है. उन्होंने बताया कि देश में फैली महामारी आने वाले वर्ष 2022 में मनाए जाने वाले होली पर्व के साथ पूरी तरह खत्म हो जाएगा. नागा साधु ने बताया कि इस मंदिर का पौराणिक इतिहास करीब 3095 वर्ष पुराना है. उन्होंने कहा कि ईश्वर की कृपा से इस प्राचीन मंदिर पर उन्होंने धर्म ध्वज फैलाया है. जिस धर्म ध्वज की ऊंचाई करीब 108 फुट है. इस धर्म ध्वज का उद्देश्य देश में आने वाली महामारी को रोकना और देश में अमन चैन शांति करना है.