लखनऊ: उत्तर प्रदेश के खेल निदेशक और दो बार विश्व कप खेल चुके दिग्गज हॉकी खिलाड़ी डॉ. आरपी सिंह का नाम ध्यानचंद राष्ट्रीय खेल पुरस्कार के लिए भेजा गया है. आरपी सिंह भारतीय हॉकी टीम की तरफ से 1986 और 1990 में विश्व कप खेल चुके हैं. वहीं, वे दो एशियन गेम्स का पदक भी जीत चुके हैं. इसके साथ ही वर्तमान में वे यूपी हॉकी के महासचिव भी हैं. उनके कार्यकाल के दौरान 2016 में जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप और 2019 में इंडो फ्रांस महिला हॉकी टेस्ट सीरीज के सफल आयोजन ने राजधानी को गौरान्वित किया.
लगातार दूसरी बार भेजा गया नाम
हॉकी में उनकी मजबूत पकड़ और अद्भुत खेल क्षमता की बदौलत वे दो बार (1986 और 1990) विश्व कप खेल चुके हैं. उनके अच्छे प्रदर्शन ने उत्तर प्रदेश को एक बड़ी पहचान दिलाई. उनकी इसी उपलब्धि को देखते हुए इस साल ध्यानचंद राष्ट्रीय खेल पुरस्कार के लिए उनका नाम भेजा गया है. हालांकि पिछले साल भी उनका नाम भेजा गया था. वहीं, उनके साथ ओलंपिक टीम की सदस्य एवं पूर्व खिलाड़ी वंदना कटारिया का नाम भी अर्जुन पुरस्कार के लिए भेजा गया है. दोबारा ध्यानचंद खेल पुरस्कार के लिए नाम भेजे जाने से डॉ आरपी सिंह खुद को गौरान्वित महसूस कर रहे हैं. उनका कहना है कि मेरा प्रयास है कि भविष्य में उत्तर प्रदेश से ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी देश के लिए खेलें.
डॉ. आरपी सिंह का करिअर
डॉक्टर आरपी सिंह देवरिया जनपद के चूरिया गांव के मूल निवासी हैं. उनका लखनऊ स्पोर्ट्स कॉलेज में कक्षा 9 में प्रवेश के लिए चयन हुआ. आरपी सिंह सियोल एशियन गेम्स 1986, बीजिंग एशियन गेम्स 1990 और एशिया कप 1989 में पदक विजेता रहे हैं. वहीं, उन्होंने 1986 लंदन और 1990 लाहौर में भी भारतीय टीम की तरफ से विश्वकप खेल चुके हैं. इसके साथ ही सुल्तान अजलान शाह जैसे टूर्नामेंट में गोल्ड मेडलिस्ट टीम के सदस्य रह चुके हैं.
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ओलंपिक टीम की सदस्य एवं पूर्व खिलाड़ी वंदना कटारिया, हरमप्रीत सिंह, नवजोत कौर का नाम अर्जुन पुरस्कार के लिए भेजा गया है. ओलंपिक खेल में तीसरी बार हिस्सा लेने जा रहे गोलकीपर पीआर श्रीजेश और महिला हॉकी टीम की सदस्य दीपिका कुमारी का नाम राजीव गांधी खेल रत्न के लिए भेजा गया है. वहीं, बीजे करियप्पा और सीआर कुमार का नाम द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए भेजा गया है और आरपी सिंह व एमसी संग्गाई इबेमाल का नाम भी हाॅकी इंडिया की तरफ से ध्यानचंद पुरस्कार के लिए भेजा गया है.