लखनऊः राजधानी में कोविड-19 संक्रमण से प्रभावित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. वहीं दूसरी ओर लगातार संक्रमण पर लगाम लगाने और संक्रमित मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारी प्रयास करते हुए नजर आ रहे हैं. रविवार को अपर मुख्य सचिव ग्राम विकास एवं पंचायती राज मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में अहम निर्णय लिया गया. अब कोविड अस्पतालों में डॉक्टरों को नाम लिखा पीपीई किट पहनना होगा, जिससे डॉक्टर के राउंड का पता चल सके.
बैठक के दौरान अस्पतालों में भर्ती कोविड-19 संक्रमित मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सभी सरकारी और निजी अस्पतालों के डॉक्टरों को निर्देश दिए गए. कहा गया है कि वह मरीजों की बेहतर देखभाल के लिए नियमित कोविड-19 वार्ड में राउंड लें. इस दौरान उनके द्वारा पहनी जाने वाली पीपीई किट पर उनका नाम अंकित हो, जिससे उनके राउंड का पता चल सके.
इसी के साथ कोरोना की रोकथाम और बेहतर इलाज को लेकर विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई. इस दौरान प्रभावी कार्रवाई के लिए रूपरेखा तैयार की गई. समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव ग्राम विकास एवं पंचायती राज मनोज कुमार सिंह ने जिम्मेदारों को निर्देशित करते हुए कहा कि कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के सापेक्ष शत प्रतिशत टेस्टिंग कराई जाए. बैठक में निर्देश दिया गया कि समस्त कोविड हॉस्पिटलों की डेथ ऑडिट कराना सुनिश्चित कराया जाए.
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जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्य चिकित्साधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है, जो जनपद में होने वाली समस्त कोविड डेथ का ऑडिट कराएं. जिला प्रशासन और नगर निगम के साथ समन्वय करके कोविड के लक्षण और उससे बचाव के उपाय आदि के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचा- प्रसार कराया जाएगा. बैठक में कांटैक्ट ट्रेसिंग के डाटा फीडिंग की स्थिति की भी समीक्षा की गई. इसके लिए निर्देश दिए गए कि सभी ट्रेस किए गए कांटैक्ट की फीडिंग पोर्टल पर अपलोड की जाए.