लखनऊ : रोडवेज के उपनगरीय और हैदरगढ़ डिपो की चारबाग बस स्टेशन से संचालित होने वाली बसों की 11 जून से हड़ताल की चेतावनी देने वाले यूनियन के चार नेताओं को लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक ने नोटिस थमा दी है. नोटिस में हड़ताल को प्रतिबंधित बताते हुए हड़ताल पर जाने वाले चालक-परिचालकों को खामियाजा भुगतने की चेतावनी जारी की गई है.
लखनऊ रीजन के रीजनल मैनेजर मनोज कुमार पुंडीर की तरफ से जारी नोटिस में हैदरगढ़ डिपो के संविदा परिचालक त्रिभुवन सिंह, नियमित परिचालक नरेंद्र सिंह, संविदा ड्राइवर बबलू शेख और उपनगरीय डिपो के संविदा ड्राइवर प्रदीप कुमार पांडेय शामिल हैं. इन सभी कर्मचारियों ने अपने मांग पत्र में नियमित चालक अभिलेश कुमार शुक्ला और संविदा परिचालक विमल कुमार मौर्य का ट्रांसफर रद्द करने और आरोप पत्र वापस लेने का जिक्र किया था. यही नहीं हैदरगढ़ डिपो की स्टेशन प्रभारी राधा प्रधान का ट्रांसफर करने की मांग थी. बीती पांच जून को रोडवेज प्रबंधन के साथ वार्ता विफल होने पर उत्तर प्रदेश रोडवेज इंप्लाइज यूनियन ने 11 जून से बस हड़ताल की नोटिस दे दी थी. कर्मचारी नेताओं की इस नोटिस से खफा लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज कुमार ने चेतावनी नोटिस जारी कर जबरन बस हड़ताल पर कार्रवाई करने की नोटिस थमा दी. इसके बाद अब कर्मचारी नेता अपनी रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं.
चालान की कटौती का पैसा वापस करने की मांग : लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड में तैनात चालकों ने चालान के नाम पर की गई कटौती का पैसा वापस करने की मांग एलसीटीएसएल प्रबंधन से की है. यह मांग बीते वर्ष 2017 से 2021 के बीच माफ किए गए चालान के एवज में की गई है. सेंट्रल रीजनल वर्कशाप कर्मचारी संघ के प्रांतीय संगठन मंत्री राजकमल ने इस बाबत एक पत्र लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आरके त्रिपाठी को सौंपा है. पत्र में बस चालकों के देयको से की गई सभी कटौतियों को वापस करने की मांग की गई है. इस बारे में लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के एमडी की तरफ से फिलहाल अभी कोई भी सकारात्मक जवाब नहीं दिया गया है, लेकिन चालकों को उम्मीद है कि जब चालान का पैसा माफ हो रहा है तो फिर चालान की भरपाई चालकों से नहीं होनी चाहिए.
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