लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के अधिकारी जनवरी 2020 में तमिलनाडु परिवहन निगम का दौरा करेंगे.इस दौरान यहां पर वे तमिलनाडु परिवहन निगम के अंतर्गत विभिन्न निगमों द्वारा ईंधन औसत और उनके डिपो में बसों की सफाई-धुलाई की अच्छी व्यवस्था की तकनीक सीखेंगे. वहीं यूपीएसआरटीसी के प्रतिनिधिमंडल में अपर प्रबंध निदेशक और मुख्य प्रधान प्रबंधक के अलावा सीनियर अफसर भी शामिल होंगे.
इन प्रदेशों के अधिकारियों ने किया दौरा
तमिलनाडु परिवहन निगम में बसों का ईंधन औसत 5.6 किलोमीटर प्रति लीटर आता है जो काफी अच्छा है. वहीं सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड मिनिस्ट्री आफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज की तरफ से लखनऊ में एक आयोजन किया गया. इसमें अल्टरनेट फ्यूल एंड ई-मोबिलिटी सेमिनार में आईटी सेक्शन द्वारा यूपीएसआरटीसी की कार्यप्रणाली, प्रतिफलों और नई योजनाओं के विषय में प्रेजेंटेशन दिया गया.महाराष्ट्र सड़क परिवहन निगम, पुणे सिटी ट्रांसपोर्ट, तमिलनाडु ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन, मुंबई सिटी ट्रांसपोर्ट के अधिकारियों ने गुरुवार को परिवहन निगम मुख्यालय का दौरा भी किया.
इस दौरान प्रतिनिधिमंडल द्वारा परिवहन निगम मुख्यालय आईटी सेक्शन द्वारा यूपीएसआरटीसी द्वारा पिछले 5 वर्षों में लाभ में आने की स्थिति का भी अध्ययन किया गया. उन्होंने यह भी जानकारी ली कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम कैसे घाटे की स्थिति से निकल कर फायदे के ट्रैक पर दौड़ा है. इसके अलावा निर्भया फंड के तहत उत्तर प्रदेश में चलाई जा रहीं 50 पिंक बसों को देखने भी विभिन्न निगमों के अफसर पहुंचे.
इस दौरान उन्होंने पिंक बस की काफी प्रशंसा की. महिलाओं की सुरक्षा के लिए पिंक बस में हर सीट पर पैनिक बटन लगाए गए हैं और यह पैनिक बटन दबाते ही महिला यात्री की सुरक्षा के लिए मौके पर पुलिस पहुंचती है. ये पैनिक बटन पुलिस के कंट्रोल रूम 112 से लिंक हैं.
इस मौके पर प्रबंध निदेशक डॉ राजशेखर, अपर प्रबंध निदेशक राधेश्याम, सीजीएम (प्राविधिक)जयदीप वर्मा, सीजीएम (ऑपरेशन) राजेश वर्मा और क्षेत्रीय अधिकारी उपस्थित रहे.
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