लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में बसों से डीजल चोरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. संविदा कर्मचारी डीजल चोरी कर अपनी जेबें भर रहे हैं और रोडवेज को जमकर चूना लगा रहे हैं. डीजल चोरी के मामले में कई संविदा कर्मियों के नौकरी भी जा चुकी है, लेकिन फिर भी डीजल चोरी करने से संविदा चालक बाज नहीं आ रहे हैं.
हाल ही में लखनऊ परिक्षेत्र के अवध डिपो और कैसरबाग डिपो में संविदा चालक बस से डीजल चोरी करते हुए पकड़ा गया है. इस बार अवध डिपो की पिंक बस से डीजल चोरी का मामला सामने है. जिसका वीडियो 'ईटीवी भारत' के पास मौजूद है. डीजल चोरी के इस मामले की एआरएम ने जांच शुरू की है.
अवध डिपो की पिंक बस से डीजल चोरी का यह मामला तीन नवंबर का है. बस संख्या यूपी 78 एफएन 7522 का ऑन रोड टेस्ट के दौरान डीजल चोरी का मामला सामने आया है. डिपो के अधिकारियों को संविदा चालक त्रिवेणी प्रसाद पर शक हुआ कि वह बस से डीजल चोरी करता है. इसके बाद अधिकारियों ने अवध डिपो कार्यशाला से मैकेनिक हरिओम रोशन और बाह्यस्रोत मैकेनिक जमाल अहमद के साथ वाहन टेस्ट करने के लिए भेजा.
अवध डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक आरएन गोस्वामी बताते हैं कि वाहन टेस्ट के दौरान घंटाघर के समीप चालक त्रिवेणी प्रसाद ने बस को खड़ा कर दिया. हरिओम रोशन और जमाल अहमद से कहा कि अभी नाश्ता करके आ रहे हैं. काफी देर तक जब चालक त्रिवेणी प्रसाद वापस नहीं आया तो दोनों कर्मचारियों ने नीचे उतर कर देखा तो डिग्गी बंद कर गैलन में डीजल निकाला जा रहा था. मौके पर ही रंगे हाथ चालक त्रिवेणी प्रसाद को डीजल चोरी करते हुए पकड़ लिया गया.
केंद्र प्रभारी आशीष सिन्हा भी मौके पर पहुंचे और बस से निकाले गए डीजल को अपने साथ अवध डिपो कार्यशाला ले आए. डीजल निकालने की रिपोर्ट हरिओम और जमाल अहमद ने अवध डिपो के सीनियर फोरमैन को सौंपी. पूरे मामले की अभी जांच कराई जा रही है.
ईटीवी भारत से फोन पर एआरएम आर्यन गोस्वामी ने बताया कि जांच में यह भी सामने आ रहा है कि चालक तो डीजल चोरी के प्रकरण में दोषी है ही जिन दो कर्मचारियों को उसकी चोरी पकड़ने के लिए भेजा गया था. उनकी भी कहीं न कहीं संलिप्तता जरूर है, ऐसे में कार्रवाई के दायरे में तीनों आ सकते हैं जल्द ही प्रकरण की जांच पूरी होगी.
इसे भी पढ़ें-'ऑटो के किराए में करना है मर्सिडीज का अहसास तो करें इलेक्ट्रिक बस से सफर'
कैसरबाग डिपो में भी पकड़ा गया डीजल चोर, नौकरी से किया बाहर
अवध डिपो में अभी डीजल चोरी की जांच चल ही रही है, लेकिन इससे पहले कैसरबाग डिपो में भी एक ड्राइवर को डीजल चोरी करते हुए पकड़ा गया. इसके बाद कैसरबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक विमल राजन ने संविदा चालक को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया. कैसरबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक विमल राजन बताते हैं कि 15 अक्टूबर को संविदा चालक विनोद कुमार का यूपी 33 9288 से डीजल टैंक से डीजल चोरी करते हुए वीडियो वायरल हुआ था. इसके बाद मामले की पूरी जांच की गई और दोषी पाते हुए 20 अक्टूबर को नौकरी से बाहर कर दिया गया.
नई बसों में नहीं लगी है जाली, इसलिए चोरी करना आसान
परिवहन निगम में जो नई बसें आई है उनके डीजल टैंक में जाली न लगे होने का भी फायदा रोडवेज के संविदा ड्राइवर उठा रहे हैं. वे आसानी से डीजल चोरी कर रहे हैं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप