लखनऊ : सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए शिक्षा से जुड़े सभी विभाग एकजुट होकर प्रयास करेंगे. इस सम्बंध में सोमवार को उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय की अध्यक्षता में उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा और व्यावसायिक शिक्षा विभाग की संयुक्त बैठक विधान भवन के कक्ष संख्या-80 में आयोजित की गई. बैठक में योगेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि सड़क सुरक्षा वर्तमान परिपेक्ष्य में एक संवेदनशील विषय है. इस विषय में जागरूकता के प्रचार-प्रसार के लिए प्रदेश सरकार बीते 5 जनवरी से 4 फरवरी तक सड़क सुरक्षा माह का आयोजन कर रही है.
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग सड़क सुरक्षा को शीघ्र कॉलेज पाठ्यक्रम में शामिल करेगा. माध्यमिक तथा प्राथमिक शिक्षा में भी पाठ्यक्रम स्तर पर या नैतिक शिक्षा की पुस्तक में सड़क सुरक्षा से सम्बंधित अध्याय लाभप्रद होंगे. उन्होंने निर्देशित किया है कि 21 जनवरी को आयोजित होने वाले कार्यक्रम रन फार जी-20 में भी सड़क सुरक्षा के विषय को शामिल किया जाए. सभी स्कूलों, कॉलेजों में एक साथ किसी दिन सड़क सुरक्षा पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन हो और एसेम्बली में सड़क सुरक्षा के लिए शपथ दिलाई जाए.
प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि सड़क सुरक्षा से जुड़े अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए प्राविधिक कॉलेजों के छात्रों को प्रोजेक्ट वर्क के रूप में यातायात से जुड़ा कार्य दिया जाएगा. इसमें छात्र अपने शहर के व्यस्ततम ट्रैफिक वाले चौराहोंं को सुव्यवस्थित करने का सुझाव देंगे. समस्त शैक्षणिक संस्थानों में सड़क सुरक्षा जागरूकता से सम्बंधित होर्डिंग/पोस्टर आदि भी लगाया जाएं. बैठक में माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा विभाग भी विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे. बैठक में व्यावसायिक राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल, राज्य मंत्री उच्च शिक्षा रजनी तिवारी, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा डॉ. सुधीर एम. बोबडे, विशेष सचिव प्राविधिक शिक्षा सहित सभी विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे.
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