लखनऊः परिवहन विभाग के बड़े प्रयासों के बाद भी सड़क दुर्घटनाएं थम नहीं रही हैं, बल्कि दुर्घटना का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. ऐसी स्थिति में ट्रांसपोर्ट विभाग (परिवहन विभाग) ने एक नई कार्य योजना तैयारी की है. इसमें कॉलेज और स्कूलों में सड़क सुरक्षा क्लब (रोड सेफ्टी क्लब) की स्थापना की जाएगी.
200 स्कूल-कॉलेजों में खुलेंगे क्लब
योजना के अनुसार प्रदेश के लगभग 15 से 20 मुख्य जिलों के 200 स्कूल और कॉलेज चिन्हिंत किए गए हैं. यहां सड़क सुरक्षा क्लब का गठन किया जाएगा. प्रत्येक क्लब में स्कूल की फैकल्टी का एक सदस्य समन्वयक के रूप में कार्य करेगा.
क्लबों को एक वर्ग किमी. सड़क का करना होगा अध्ययन
इन क्लबों को सड़क सुरक्षा की तकनीकी, विधिक, चिकित्सीय, जनसंचार और जन-जगरूकता के पहलुओं पर कार्य करने के लिए प्रेरित किया जाएगा. इसके साथ ही क्लबों में नाटकीय प्रतियोगिता, क्विज, वाद-विवाद प्रतियोगिता, यूथ पार्लियामेंट, रोड सेफ्टी मॉडल यूनाइटेड नेशन जैसे विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. प्रत्येक प्रशिक्षण संस्था अपने करीब लगभग एक वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में ट्रैफिक संकेतकों की स्टडी, मार्गों पर गड्ढों की रिपोर्टिंग, रोड मार्किंग, गति अवरोधक पर सर्वे करेगी. इस संबंध में विभाग क्लब सेफ्टी ऑडिट मैनुअल भी उपलब्ध कराएगा.
बेहतर काम करने वालों को मिलेगा पुरस्कार
सड़क सुरक्षा क्लब की स्थापना के कार्यक्रमों की लांचिग के लिए एक राज्य स्तरीय कार्यक्रम इसी महीने आयोजित किया जाएगा. साल भर की प्रतियोगिताओं के आधार पर क्लबों की रैकिंग की जाएगी और प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले क्लब को पुरस्कार व ट्राफी भी दी जाएगी.
प्रदेश में 200 सड़क सुरक्षा क्लब खोले जाने की तैयारी है. यह क्लब विभिन्न तरह के आयोजन करेंगे. साल भर में जो क्लब सबसे अच्छा कार्य करेगा. उसे ट्राफी प्रदान की जाएगी. इसमें अलग-अलग फील्ड के विद्यार्थी होंगे, जो अपनी फील्ड में काम करेंगे. इससे सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगेगी.
-धीरज साहू, ट्रांसपोर्ट कमिश्नर, उत्तर प्रदेश