लखनऊः उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सत्ता में आने के बाद प्रदेश की सभी सड़कों को दुरुस्त करने का दावा किया था. इन सड़कों पर कितनी लापरवाही से काम हुआ है इसी पोल तब खुली जब राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास से चंद कदम दूरी पर सड़क धंस जाने से नगर निगम का टैंकर फंस गया. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोक निर्माण विभाग सड़कों की गुणवत्ता को लेकर कितना गंभीर है. जब राजधानी लखनऊ में सड़कों का यह हाल है तो प्रदेश के अन्य जनपदों में सड़कों का क्या हाल होगा.
टैंकर का ड्राइवर हुआ चोटिल
हजरतगंज पॉश इलाके की पार्क रोड पर ये हादसा हुआ. हादसे में टैंकर चालक चोटिल हो गया. हजरतगंज पुलिस ने बताया कि मुख्य मार्ग पर बैरीकेडिंग कर आवागमन बंद कर दिया गया है. गोल्फ चौराहे से आ रहे वाहनों को बंदिरया बाग चौराहे से राजभवन के रास्ते, हजरतगंज से पार्क रोड जा रहे वाहनों को राजभवन रोड के रास्ते निकाला गया. सिविल अस्पताल के आगे पार्क रोड पर देर रात हुआ हादसा. सीएम आवास से चंद कदम दूर पार्क रोड पर सोमवार रात करीब दो बजे ये घटना हुई है. सड़क धंस जाने से वीवीआईपी इलाके की सड़क निर्माण में बरती गई लापरवाही की पोल खुल गई. रात में ही अफसर सक्रिय हुए और टैंकर को हटाने का काम शुरू किया गया.
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इन दिनों बेहाल है पूरा पॉश इलाका
हजरतगंज और उसके आसपास के इलाके में अमृत योजना का काम चल रहा है, जिसकी वजह से पॉश इलाकों का हाल बेहाल हैं. कई अहम सड़कें बन्द हैं. धूल और जाम से लोगों का निकल पाना दूभर है. लोग अब विरोध पर उतर आए हैं. इसके बावजूद जिम्मेदारों के कान पर जू नहीं रेंग रही है. जिससे नाराजगी बढ़ती जा रही है.
अधिकारियों ने साधी चुप्पी
मुख्यमंत्री आवास से चंद कदम दूर सड़क घर जाने के मामले में काम भले ही देर रात से ही शुरू हो गया पर इस पूरे मामले में ना तो पीडब्ल्यूडी का कोई अधिकारी मुंह खोलने को तैयार है और ना ही नगर निगम का. बताते चलें की राजधानी लखनऊ में अमृत योजना के तहत विकास कार्य कराए जा रहे हैं लेकिन कोविड संक्रमण काल में यह कार्य बुरी तरह से प्रभावित हुए, जिससे राजधानी लखनऊ की जनता को समस्याओं का सामना लगातार करना पड़ रहा है.