लखनऊ : राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने उत्तर प्रदेश सरकार के बजट को विकासहीन और किसान विरोधी बताया है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसानों को सरकार के अन्तिम बजट से बड़ी उम्मीदें बंधी थीं कि सरकार अपने बजट भाषण में अच्छी घोषणाएं करेगी, लेकिन बजट देखने के बाद उत्तर प्रदेश के किसानों को निराशा ही हाथ लगी है.
आय दोगुनी करने का वादा, पर कैसे.. ये पता नहीं
अनिल दुबे ने कहा कि इस बजट में किसान, महंगाई और आम आदमी के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है. कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश सरकार का यह बजट जनता को गुमराह करने वाला है. बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि बजट में किसानों की आय दोगुनी करने की बात जरूर की गई है, लेकिन सरकार ने यह नहीं बताया कि किस तरह से वह किसानों की आय बढ़ाने का काम करेगी, क्योंकि बजट में न तो गन्ना मूल्य बढ़ाने की घोषणा की गई है और न ही पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दाम कम करने की कोई घोषणा हुई है. इतना ही नहीं, युवाओं के रोजगार के बारे में भी कोई योजना नहीं बनाई गई है.
मुद्दों पर कोई अमल नहीं
बता दें कि राष्ट्रीय लोकदल की तरह ही अन्य सभी विपक्षी दलों ने उत्तर प्रदेश सरकार के इस बजट को निराशाजनक ही करार दिया है. सभी दलों का यही कहना है कि बजट में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिससे इसे जनहित का बजट कहा जाए. गरीबी, बेरोजगारी पर सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया. शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं से भी बजट इतर ही रहा है.
विकासहीन और किसान विरोधी है यूपी सरकार का बजट: रालोद - राष्ट्रीय लोकदल
रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने यूपी बजट 2021-22 को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यह बजट विकासहीन और किसान विरोधी है. बजट में न तो गन्ना मूल्य बढ़ाने की घोषणा की गई है और न ही पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दाम कम करने की कोई घोषणा हुई है.
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लखनऊ : राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने उत्तर प्रदेश सरकार के बजट को विकासहीन और किसान विरोधी बताया है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसानों को सरकार के अन्तिम बजट से बड़ी उम्मीदें बंधी थीं कि सरकार अपने बजट भाषण में अच्छी घोषणाएं करेगी, लेकिन बजट देखने के बाद उत्तर प्रदेश के किसानों को निराशा ही हाथ लगी है.
आय दोगुनी करने का वादा, पर कैसे.. ये पता नहीं
अनिल दुबे ने कहा कि इस बजट में किसान, महंगाई और आम आदमी के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है. कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश सरकार का यह बजट जनता को गुमराह करने वाला है. बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि बजट में किसानों की आय दोगुनी करने की बात जरूर की गई है, लेकिन सरकार ने यह नहीं बताया कि किस तरह से वह किसानों की आय बढ़ाने का काम करेगी, क्योंकि बजट में न तो गन्ना मूल्य बढ़ाने की घोषणा की गई है और न ही पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दाम कम करने की कोई घोषणा हुई है. इतना ही नहीं, युवाओं के रोजगार के बारे में भी कोई योजना नहीं बनाई गई है.
मुद्दों पर कोई अमल नहीं
बता दें कि राष्ट्रीय लोकदल की तरह ही अन्य सभी विपक्षी दलों ने उत्तर प्रदेश सरकार के इस बजट को निराशाजनक ही करार दिया है. सभी दलों का यही कहना है कि बजट में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिससे इसे जनहित का बजट कहा जाए. गरीबी, बेरोजगारी पर सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया. शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं से भी बजट इतर ही रहा है.