लखनऊ: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल ने मिलकर 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ा था और अब इस गठबंधन के आगे भी बरकरार रहने की संभावना जाहिर की जा रही है. रालोद मुखिया चौधरी जयंत सिंह पहले ही कह चुके हैं कि वे समाजवादी पार्टी के साथ लंबी पारी खेलने आए हैं. ऐसे में अब स्थानीय निकाय चुनाव में भी समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल मिलकर मैदान में उतर सकते हैं. दोनों पार्टियों में स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर बातचीत भी जारी है. वहीं, जल्द ही इस पर भी मुहर लगने की संभावना है. रालोद के नेता बताते हैं कि पूरी उम्मीद की जा सकती है कि विधानसभा चुनाव की तरह स्थानीय निकाय चुनाव में सपा और रालोद साथ मिलकर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारें.
इसी साल दिसंबर माह में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं और इसके लिए सभी पार्टियों ने तैयारी भी शुरू कर दी है. प्रदेश में इस बार समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल ने विधानसभा चुनाव में साथ मिलकर प्रत्याशी उतारे थे. अब इसी गठबंधन को दोनों पार्टियां मिलकर आगे भी बढ़ा सकती हैं. स्थानीय निकाय चुनाव में भी सपा और रालोद साझा प्रत्याशी दे सकते हैं. राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी ने हाल ही में बयान दिया है कि अखिलेश यादव के साथ लंबी पारी खेलने के लिए मैदान में उतरे हैं. लोकसभा के दौरान भी यह सिलसिला जारी रहेगा. अब लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं और इसको लेकर भी पार्टी ने प्रत्याशी उतारने का मन बना लिया है.
इसे भी पढ़ें - सीएम योगी और अखिलेश का जब हुआ आमना-सामना, विधानसभा में फिर क्या हुआ?
अगर बात राजधानी लखनऊ की करें तो यहां स्थानीय निकाय चुनाव के 110 वार्ड हैं. समाजवादी पार्टी तो अपने प्रत्याशी मैदान में उतारती ही है. लेकिन राष्ट्रीय लोकदल के भी कुछ प्रत्याशी मैदान में उतरते रहे हैं. इस बार अगर स्थानीय निकाय चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल और सपा का गठन हुआ तो आरएलडी के भी काफी संख्या में प्रत्याशी मैदान में होंगे. क्या कहते हैं आरएलडी मुखिया: राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह का कहना है कि समाजवादी पार्टी के साथ हमारा गठबंधन लंबा चलेगा. हम अच्छी सोच और पॉजिटिव सोच के साथ मिलकर आगे बढ़ेंगे, इसीलिए हम लोग एक साथ आए हैं.
गठबंधन का यह सिलसिला हर चुनाव में भी जारी रहेगा. वहीं, राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेंद्रनाथ त्रिवेदी ने बताया कि हमारा समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन जारी है. स्थानीय निकाय चुनावों में भी इस बार समाजवादी पार्टी के साथ हमारा गठबंधन हो सकता है. अब राष्ट्रीय अध्यक्ष तय करेंगे कि आगे क्या करना है. भले ही राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हमारा संगठन भंग कर दिया हो, लेकिन अभी भी उन्होंने सबसे कहा है कि चुनाव के लिए तैयारियों में लगातार जुटे रहें. इसलिए प्रदेश भर में रालोद का संगठन नगरपालिका के चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयारी में जुट गया है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप