लखनऊः पशुपालन विभाग के टेंडर घोटाले में फरार चल रहे आईपीएस अधिकारी अरविंद सेन पर अब इनाम की राशि दोगुनी कर दी गई है. इसके पहले उन पर इनाम की राशि 25,000 रुपये घोषित थी. जिसे अब बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दिया गया है.
अब से पहले 25,000 था इनाम
संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि आईपीएस की तलाश में कई टीमें लगी हुई हैं. वहीं उनके गोमतीनगर और अयोध्या स्थित आवास पर कुर्की का नोटिस भी चस्पा कर डुगडुगी पिटवाई गई है. पुलिस ने उन पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित कर रखा था लेकिन अब इनाम की राशि बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दिया गया है.
अफसर की संपत्ति कुर्क करेगी पुलिस
इनाम की घोषणा के बावजूद अरविंद सेन अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं. कोर्ट के माध्यम से उन्हें भगोड़ा भी घोषित किया जा चुका है. यहां तक कि उनके गोमती नगर और अयोध्या स्थित आवास पर कुर्की का नोटिस भी चस्पा कर दिया गया है. वहीं उनकी चल और अचल संपत्ति का ब्यौरा पुलिस तैयार कर चुकी है. इसी महीने उनकी संपत्तियों को पुलिस कुर्क कर देगी.
व्यापारी ने दर्ज कराई थी एफआईआर
बता दें कि 13 जून को थाना हजरतगंज में इंदौर के व्यापारी मनजीत सिंह भाटिया ने एक एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि पशुपालन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर उनसे नौ करोड़ 72 लाख रुपए की ठगी हुई है. वहीं एसटीएफ की जांच में डीआईजी अरविंद सेन का नाम खुलकर सामने आया तो शासन ने उन्हें निलंबित कर दिया. जिसके बाद वह फरार हो गए. उनके खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट भी जारी है.
अब तक 11 लोगों के खिलाफ लग चुकी है चार्जशीट
एसीपी श्वेता श्रीवास्तव ने बताया कि पशुपालन विभाग में टेंडर के नाम पर हुए फर्जीवाड़े में अब तक 11 लोगों के खिलाफ चार्जशीट लग चुकी है. 14 लोग जेल जा चुके हैं. जल्द ही तीन और लोगों के खिलाफ पुलिस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी.