लखनऊः यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अवनीश कुमार अवस्थी की अध्यक्षता में बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक यूपीडा (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण) मुख्यालय में की गई. इस बैठक में सीईओ अवस्थी ने निर्माण कार्य करने वाली कम्पनियों, अथाॅरिटी इंजीनियर तथा पीआईयू के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे सभी पैकेजों में स्ट्रक्चर्स की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य को तेजी से करायें और हर हालत में गुणवत्ता बेहतर रखी जाए.
तेजी से और गुणवत्तापूर्ण हों निर्माण कार्य
बैठक में एक्सप्रेसवे से संबंधित अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में निर्माण कार्य की गति को देखते हुए दिसम्बर 2020 के अंत तक बुंदेलखण्ड एक्सप्रेसवे की भौतिक प्रगति 33 प्रतिशत प्राप्त कर ली जाएगी. इसके साथ ही बैठक में अवस्थी ने निर्देश देते हुए हुए कहा कि बुंदेलखण्ड एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा का डिजाइन पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के टोल प्लाजा की तरह ही होगा.
जमीन से सम्बंधित समस्या का जल्द निस्तारण के निर्देश
सीईओ अवस्थी ने एक्सप्रेसवे के लिए भूमि से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या का जल्द निस्तारण करने के निर्देश दिये. इसके अलावा उन्होंने पैकेज संख्या-तीन में वे-साइड एमेनिटीज के लिए भूमि के अधिग्रहण का प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया. अवस्थी ने यह भी बताया कि बुंदेलखण्ड एक्सप्रेसवे के लिए वित्तीय प्रगति में लगभग 5.3 प्रतिशत की वृद्धि प्राप्त कर ली जाएगी. इस पर सभी निर्माणकर्ताओं ने अपनी सहमति जाहिर की.
मिट्टी कार्य का लगभग 72 प्रतिशत काम पूर्ण
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि 19 दिसम्बर तक बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे परियोजना की मिट्टी का कार्य लगभग 72 प्रतिशत ओर परियोजना की कुल भौतिक प्रगति लगभग 30 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी है. परियोजना में 14 दीर्घ सेतु बनाये जाने हैं. इसमें से 11 का निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है. परियोजना में चार आरओबी का निर्माण प्रस्तावित है. जिसके रेलवे विभाग से शीघ्र अनापत्ति प्राप्त कर निर्माण कार्य प्रारम्भ कराया जाएगा. अनापत्ति प्राप्त करने की प्रक्रिया को तेजी से कराया जा रहा है.
मार्च 2021 में मेन कैरिजवे प्रस्तावित
इसके साथ ही यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के स्ट्रक्चर्स की समीक्षा करते हुए परियोजना में पड़ने वाले फ्लाई ओवर्स, दीर्घ सेतु, लघु सेतु, इन्टरचेंज व आरई वाॅल के निर्माण कार्यों में शीघ्रता लाते हुए टोल प्लाजा के निर्माण कार्य को भी शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के मेन कैरिजवे को मार्च, 2021 में खोला जाना प्रस्तावित है. इसके निर्माण कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए.
गुणवत्ता से समझौता न करने की हिदायत
अवस्थी ने यूपीडा द्वारा प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग के लिए सम्बद्ध की गयी कम्पनी राइट्स लि. के प्रतिनिधियों से कार्य की गुणवत्ता पर पूरी तरह से ध्यान रखने के लिए भी निर्देशित किया है. उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि कार्य की गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता न किया जाए. उल्लेखनीय है कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का लगभग 70 प्रतिशत भौतिक कार्य सम्पन्न हो चुका है.