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कोरोना से बचाव के लिए सर्विलान्स और निगरानी सिस्टम हो और बेहतर: मुख्य सचिव - मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी

राजधानी लखनऊ में मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में कोरोना के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई. मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी के प्रति जन सामान्य को सतत रूप से जागरूक करते रहने की जरूरत है. इसके अलावा बाजारों, धार्मिक स्थलों एवं अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए.

कोरोना से संबंध में समीक्षा बैठक का आयोजन.
कोरोना से संबंध में समीक्षा बैठक का आयोजन.
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Published : Oct 21, 2020, 7:16 PM IST

लखनऊ: मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में कोविड-19 के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई. इसमें चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज तथा अन्य सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे. मुख्य सचिव ने कहा कि लाॅकडाउन खत्म हुआ है, कोरोना नहीं. इसलिए अब और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है.

सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से कराया जाए पालन
मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी के प्रति जन सामान्य को सतत रूप से जागरूक करते रहने की जरूरत है. इसके अलावा बाजारों, धार्मिक स्थलों एवं अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए. ऐसे क्षेत्रों की पहचान कर उनकी वीडियोग्राफी भी कराई जा सकती है, ताकि मास्क न पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में आसानी हो. उन्होंने कहा कि सर्विलांस सिस्टम की गुणवत्ता को और बेहतर करने तथा इसके पर्यवेक्षण मैकेनिज्म को भी सुदृढ़ करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि गंभीर मरीजों की जानकारी मिलने पर तत्काल एम्बुलेंस पहुंचे, ताकि समय से समुचित इलाज मिल सके. उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों का नियमित अपडेट आरआरटी लेते रहें और इन्टीग्रेटेड कमाण्ड कण्ट्रोल इसका रैण्डम आधार पर क्राॅसचेक करते रहें.

जहां पॉजिटिव केस ज्यादा वहां और अधिक हो निगरानी
चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि इसके अलावा जिन क्षेत्रों से पाॅजिटिव केस ज्यादा आ रहे हैं. उनकी मैपिंग कराई जाए और ऐसे क्षेत्रों के लिये बेहतर निगरानी की व्यवस्था की जाए. उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण जिन मरीजों की मृत्यु हो रही है, ऐसे प्रत्येक मामलों की माॅनीटरिंग की जाए तथा चिकित्सक अथवा चिकित्सालय स्तर पर यदि कोई लापरवाही पाई जाती है, तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाए. मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि सभी कोविड हाॅस्पिटल में सीसीटीवी के फुटेज का बैकअप 2 माह तक सुरक्षित रखा जाए. इसके अलावा अस्पताल में भर्ती मरीज एवं तीमारदार का फीडबैक लेने की समुचित व्यवस्था की जाए तथा उनसे प्राप्त फीडबैक पर तत्काल एवं तत्परता से कार्रवाई हो. उन्होंने कहा कि इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर जिलों से फीडबैक लेकर प्रस्तुत करें तथा प्राप्त फीडबैक भी रैण्डम बेसिस पर क्राॅसचेक करें और दैनिक रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को उपलब्ध कराएं.

दवाओं और ऑक्सीजन की न होने पाए कमी
मुख्य सचिव ने कहा कि अस्पतालों में दवाओं एवं इक्विपमेंट्स की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रहे. इसके अलावा वेण्टीलेंटर्स एवं ऑक्सीजन की भी कोई कमी न रहे तथा बैकअप में पर्याप्त उपलब्धता हमेशा रहे. इससे पहले अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज द्वारा कोविड-19 के सम्बन्ध में विस्तार से प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई.

लखनऊ: मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में कोविड-19 के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई. इसमें चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज तथा अन्य सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे. मुख्य सचिव ने कहा कि लाॅकडाउन खत्म हुआ है, कोरोना नहीं. इसलिए अब और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है.

सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से कराया जाए पालन
मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी के प्रति जन सामान्य को सतत रूप से जागरूक करते रहने की जरूरत है. इसके अलावा बाजारों, धार्मिक स्थलों एवं अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए. ऐसे क्षेत्रों की पहचान कर उनकी वीडियोग्राफी भी कराई जा सकती है, ताकि मास्क न पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में आसानी हो. उन्होंने कहा कि सर्विलांस सिस्टम की गुणवत्ता को और बेहतर करने तथा इसके पर्यवेक्षण मैकेनिज्म को भी सुदृढ़ करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि गंभीर मरीजों की जानकारी मिलने पर तत्काल एम्बुलेंस पहुंचे, ताकि समय से समुचित इलाज मिल सके. उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों का नियमित अपडेट आरआरटी लेते रहें और इन्टीग्रेटेड कमाण्ड कण्ट्रोल इसका रैण्डम आधार पर क्राॅसचेक करते रहें.

जहां पॉजिटिव केस ज्यादा वहां और अधिक हो निगरानी
चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि इसके अलावा जिन क्षेत्रों से पाॅजिटिव केस ज्यादा आ रहे हैं. उनकी मैपिंग कराई जाए और ऐसे क्षेत्रों के लिये बेहतर निगरानी की व्यवस्था की जाए. उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण जिन मरीजों की मृत्यु हो रही है, ऐसे प्रत्येक मामलों की माॅनीटरिंग की जाए तथा चिकित्सक अथवा चिकित्सालय स्तर पर यदि कोई लापरवाही पाई जाती है, तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाए. मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि सभी कोविड हाॅस्पिटल में सीसीटीवी के फुटेज का बैकअप 2 माह तक सुरक्षित रखा जाए. इसके अलावा अस्पताल में भर्ती मरीज एवं तीमारदार का फीडबैक लेने की समुचित व्यवस्था की जाए तथा उनसे प्राप्त फीडबैक पर तत्काल एवं तत्परता से कार्रवाई हो. उन्होंने कहा कि इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर जिलों से फीडबैक लेकर प्रस्तुत करें तथा प्राप्त फीडबैक भी रैण्डम बेसिस पर क्राॅसचेक करें और दैनिक रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को उपलब्ध कराएं.

दवाओं और ऑक्सीजन की न होने पाए कमी
मुख्य सचिव ने कहा कि अस्पतालों में दवाओं एवं इक्विपमेंट्स की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रहे. इसके अलावा वेण्टीलेंटर्स एवं ऑक्सीजन की भी कोई कमी न रहे तथा बैकअप में पर्याप्त उपलब्धता हमेशा रहे. इससे पहले अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज द्वारा कोविड-19 के सम्बन्ध में विस्तार से प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई.

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