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सहकारिता भर्ती घोटालाः रिटायर्ड चेयरमैन राम जतन यादव के सम्पतियों की होगी जांच

सहकारिता विभाग में हुए भर्ती घोटाले के मुख्य आरोपी सेवा मंडल के चेयरमैन रहे रामजतन यादव पर एसआईटी का शिकंजा कसता जा रहा है. एसआईटी ने सरकार को सौंपी गई अपनी रिपोर्ट में रामजतन यादव की संपत्तियों की जांच कराने के लिए सरकार को लिखा है.

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Published : May 28, 2021, 10:13 AM IST

रिटायर्ड अफसरों पर SIT का शिकंजा
रिटायर्ड अफसरों पर SIT का शिकंजा

लखनऊः सहकारिता विभाग में हुए भर्ती घोटाले के मुख्य आरोपी रामजतन यादव पर एसआईटी (SIT) का शिकंजा कसता जा रहा है. घोटाले के समय रामजतन यादव सेवा मंडल के तत्कालीन चेयरमैन थे. एसआईटी ने उनकी संपत्तियों की जांच कराने के लिए सरकार को लिखा है. जिसके बाद सरकार ने एसआईटी की रिपोर्ट पर सहमति दे दी है. सूत्रों के मुताबिक घोटाले में लिप्त रामजतन ने कमाई गई करोड़ों की रकम से अकूत संपत्ति बनाई है.

SIT के रडार पर रिटायर्ड अफसर

एसआईटी की रडार पर 6 मुकदमों में नामजद रिटायर्ड हो चुके सेवा मंडल के पूर्व चेयरमैन रामजतन यादव, ओंकार यादव, तत्कालीन सचिव राकेश कुमार मिश्र और उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक के महाप्रबंधक रहे नारद यादव समेत कई अन्य अधिकारी भी हैं. शासन में इसके लिए तैयारी चल रही है. इसके लिए रिटायर हुए अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी. ये लोग वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार के मामले में फंसे हैं. रिटायर्ड होने के 4 साल तक ही सरकारी सेवक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई किए जाने का नियम है. इस नियम की जद में सेवा मंडल के तत्कालीन चेयरमैन रामजतन यादव, तत्कालीन सचिव राकेश कुमार मिश्र और सदस्य रहे संतोष श्रीवास्तव की सेवानिवृत्ति साल 2017 में बताई जा रही है. घोटाले में आरोपी बनाए गए उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक के महाप्रबंधक रहे नारद यादव भी 6 महीने पहले सेवानिवृत हुए हैं. इस लिहाज से सहकारिता विभाग से सेवानिवृत्त हुए ये चारों अफसर इस नियमावली की जद में आ रहे हैं.

एमडी भूपेंद्र कुमार भी अनियमितता में लिप्त

यूपीसीबी के उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव बैंक के एमडी भूपेंद्र कुमार विश्नोई लगातार दूसरे ऐसे अधिकारी हैं, जो एसआईटी जांच में सहकारिता की भर्तियों में बरती गई अनियमितता में लिप्त पाए गए हैं. इससे पूर्व यूपीसीबी के एमडी रहे आरके सिंह को बैंक में सहायक प्रबंधक के पदों पर हुई भर्तियों में अनियमितता के मामले में पहले ही निलंबित कर बाद में डिमोशन कर दिया.

इसे भी पढ़ें- ललितपुर में युवती से गैंगरेप, पुलिस के हत्थे चढ़े तीनों आरोपी

शिकायतकर्ता ने की विभागीय कार्रवाई की मांग

भर्तियों में अनियमितता की शिकायत मुख्यमंत्री से करने वाले सहकार भारती उ.प्र. के महामंत्री वीरेंद्र पांडेय ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने पर मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है. यूपीसीबी के एमडी भूपेंद्र कुमार विश्नोई को निलंबित करने के साथ ही आरोपी रामजतन सहित अन्य सेवानिवृत्त अधिकारियों के खिलाफ तत्काल विभागीय कार्रवाई करने की मांग की है.

लखनऊः सहकारिता विभाग में हुए भर्ती घोटाले के मुख्य आरोपी रामजतन यादव पर एसआईटी (SIT) का शिकंजा कसता जा रहा है. घोटाले के समय रामजतन यादव सेवा मंडल के तत्कालीन चेयरमैन थे. एसआईटी ने उनकी संपत्तियों की जांच कराने के लिए सरकार को लिखा है. जिसके बाद सरकार ने एसआईटी की रिपोर्ट पर सहमति दे दी है. सूत्रों के मुताबिक घोटाले में लिप्त रामजतन ने कमाई गई करोड़ों की रकम से अकूत संपत्ति बनाई है.

SIT के रडार पर रिटायर्ड अफसर

एसआईटी की रडार पर 6 मुकदमों में नामजद रिटायर्ड हो चुके सेवा मंडल के पूर्व चेयरमैन रामजतन यादव, ओंकार यादव, तत्कालीन सचिव राकेश कुमार मिश्र और उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक के महाप्रबंधक रहे नारद यादव समेत कई अन्य अधिकारी भी हैं. शासन में इसके लिए तैयारी चल रही है. इसके लिए रिटायर हुए अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी. ये लोग वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार के मामले में फंसे हैं. रिटायर्ड होने के 4 साल तक ही सरकारी सेवक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई किए जाने का नियम है. इस नियम की जद में सेवा मंडल के तत्कालीन चेयरमैन रामजतन यादव, तत्कालीन सचिव राकेश कुमार मिश्र और सदस्य रहे संतोष श्रीवास्तव की सेवानिवृत्ति साल 2017 में बताई जा रही है. घोटाले में आरोपी बनाए गए उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक के महाप्रबंधक रहे नारद यादव भी 6 महीने पहले सेवानिवृत हुए हैं. इस लिहाज से सहकारिता विभाग से सेवानिवृत्त हुए ये चारों अफसर इस नियमावली की जद में आ रहे हैं.

एमडी भूपेंद्र कुमार भी अनियमितता में लिप्त

यूपीसीबी के उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव बैंक के एमडी भूपेंद्र कुमार विश्नोई लगातार दूसरे ऐसे अधिकारी हैं, जो एसआईटी जांच में सहकारिता की भर्तियों में बरती गई अनियमितता में लिप्त पाए गए हैं. इससे पूर्व यूपीसीबी के एमडी रहे आरके सिंह को बैंक में सहायक प्रबंधक के पदों पर हुई भर्तियों में अनियमितता के मामले में पहले ही निलंबित कर बाद में डिमोशन कर दिया.

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शिकायतकर्ता ने की विभागीय कार्रवाई की मांग

भर्तियों में अनियमितता की शिकायत मुख्यमंत्री से करने वाले सहकार भारती उ.प्र. के महामंत्री वीरेंद्र पांडेय ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने पर मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है. यूपीसीबी के एमडी भूपेंद्र कुमार विश्नोई को निलंबित करने के साथ ही आरोपी रामजतन सहित अन्य सेवानिवृत्त अधिकारियों के खिलाफ तत्काल विभागीय कार्रवाई करने की मांग की है.

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