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NEET PG Counselling में देरी को लेकर रेजिडेंट डाॅक्टरों ने ठप किया काम, एनएचएम कर्मियों का भी कार्य बहिष्कार

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Published : Dec 1, 2021, 8:10 PM IST

नीट पीजी काउंसलिंग (NEET PG Counselling) में देरी को लेकर मेडिकल छात्रों (medical students) में आक्रोश. (King George Medical University) किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में तीसरे दिन भी जूनियर रेजिडेंट ने जारी रखा कार्य बहिष्कार.

रेजीडेंट का काम ठप
रेजीडेंट का काम ठप

लखनऊ : नीट पीजी काउंसलिंग (NEET PG Counselling) में देरी को लेकर मेडिकल छात्रों (medical students) में आक्रोश है. (King George Medical University) किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में तीसरे दिन भी जूनियर रेजिडेंट डाॅक्टरों ने कार्य बहिष्कार जारी रखा. साथ ही जल्द काउंसलिंग शेड्यूल जारी करने की मांग की.

वहीं, एनएचएम कर्मियों ने भी धरना-प्रदर्शन जारी रखा. मेडिकल के अंडर ग्रेजुएट (यूजी), पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) कोर्स में नीट परीक्षा के जरिए प्रवेश मिलता है. ऐसे में मेडिकल काउंसिल कमेटी (एमसीसी) (medical council committee) ने अक्टूबर माह में शेड्यूल जारी कर दिया है.

अभ्यर्थियों को 25 अक्टूबर से mcc.nic.in पर पंजीकरण करने की अनुमति दी गयी है. मगर अभी तक काउंसलिंग शुरू नहीं हुई. ऐसे में एमबीबीएस पास छात्रों को एमडी, एमएस व अन्य पीजी डिप्लोमा में दाखिला नहीं मिल पा रहा है. लिहाजा, शैक्षणिक सत्र में देरी को लेकर देशभर में जूनियर रेजीडेंट का विरोध जारी है.

सोमवार से केजीएमयू में भी रेजीडेंट ने काम ठप कर रखा है. यहां 250 जेआर हैं. ऐसे में वार्डों से लेकर ओपीडी तक में सेवाएं बेपटरी हो गईं. संस्थान प्रशासन ने रेजीडेंट डॉक्टरों को समझाने का प्रयास किया.

वहीं, सीनियर रेजीडेंट की ड्यूटी लगाकर काम चलाया. एनएचएम के कर्मियों का भी आंदोलन जारी रहा. इससे सीएचसी-पीएचसी पर सेवाएं बाधित रहीं.

इसे भी पढ़ेः NEET-2021 : यूपी में तलाश रहे हैं बेस्ट मेडिकल कॉलेज तो यह जानकारी आपके लिए हो सकती है फायदेमंद

यूपी में अभी 30 मेडिकल कॉलेजों में पीजी की पढ़ाई यूपी में नेशनल मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (National Medical Council of India) (एनएमसी) ने 30 मेडिकल कॉलेज में पीजी कोर्स की मान्यता दी गयी है.

इसमें 11 सरकारी, एक ट्रस्ट का मेडिकल कॉलेज है. वहीं, 19 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज (private medical college) में एमडी-एमएस की पढ़ाई होती है. इन कॉलेजों में कुल 2091 पीजी सीट हैं.

दूसरे राउंड में शामिल होंगी नई सीटें

एनएमसी में 200 एमडी-एमएस सीटों की मान्यता के लिए आवेदन किया गया है. इनकी मंजूरी मिलने पर दूसरे चरण में शामिल किया जाएगा. संयुक्त निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. बीडी सिंह के मुताबिक राज्य में पीजी की 200 सीटें बढ़नी हैं. जैसे ही मान्यता मिलेगी उन्हें मैरिट में शामिल कर लिया जाएगा.

गौरतलब है कि यूपी में पीजी कोर्स की पढ़ाई -19 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में होती है. पीजी कोर्स की पढ़ाई एमडी-एमएस, पीजी डिप्लोमा की 1027 सरकारी सीटों पर ही प्रवेश किया जाता है. प्राइवेट में 1064 एमडी-एमएस व पीजी डिप्लोमा सीटों पर प्रवेश किया जाता है.

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लखनऊ : नीट पीजी काउंसलिंग (NEET PG Counselling) में देरी को लेकर मेडिकल छात्रों (medical students) में आक्रोश है. (King George Medical University) किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में तीसरे दिन भी जूनियर रेजिडेंट डाॅक्टरों ने कार्य बहिष्कार जारी रखा. साथ ही जल्द काउंसलिंग शेड्यूल जारी करने की मांग की.

वहीं, एनएचएम कर्मियों ने भी धरना-प्रदर्शन जारी रखा. मेडिकल के अंडर ग्रेजुएट (यूजी), पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) कोर्स में नीट परीक्षा के जरिए प्रवेश मिलता है. ऐसे में मेडिकल काउंसिल कमेटी (एमसीसी) (medical council committee) ने अक्टूबर माह में शेड्यूल जारी कर दिया है.

अभ्यर्थियों को 25 अक्टूबर से mcc.nic.in पर पंजीकरण करने की अनुमति दी गयी है. मगर अभी तक काउंसलिंग शुरू नहीं हुई. ऐसे में एमबीबीएस पास छात्रों को एमडी, एमएस व अन्य पीजी डिप्लोमा में दाखिला नहीं मिल पा रहा है. लिहाजा, शैक्षणिक सत्र में देरी को लेकर देशभर में जूनियर रेजीडेंट का विरोध जारी है.

सोमवार से केजीएमयू में भी रेजीडेंट ने काम ठप कर रखा है. यहां 250 जेआर हैं. ऐसे में वार्डों से लेकर ओपीडी तक में सेवाएं बेपटरी हो गईं. संस्थान प्रशासन ने रेजीडेंट डॉक्टरों को समझाने का प्रयास किया.

वहीं, सीनियर रेजीडेंट की ड्यूटी लगाकर काम चलाया. एनएचएम के कर्मियों का भी आंदोलन जारी रहा. इससे सीएचसी-पीएचसी पर सेवाएं बाधित रहीं.

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यूपी में अभी 30 मेडिकल कॉलेजों में पीजी की पढ़ाई यूपी में नेशनल मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (National Medical Council of India) (एनएमसी) ने 30 मेडिकल कॉलेज में पीजी कोर्स की मान्यता दी गयी है.

इसमें 11 सरकारी, एक ट्रस्ट का मेडिकल कॉलेज है. वहीं, 19 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज (private medical college) में एमडी-एमएस की पढ़ाई होती है. इन कॉलेजों में कुल 2091 पीजी सीट हैं.

दूसरे राउंड में शामिल होंगी नई सीटें

एनएमसी में 200 एमडी-एमएस सीटों की मान्यता के लिए आवेदन किया गया है. इनकी मंजूरी मिलने पर दूसरे चरण में शामिल किया जाएगा. संयुक्त निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. बीडी सिंह के मुताबिक राज्य में पीजी की 200 सीटें बढ़नी हैं. जैसे ही मान्यता मिलेगी उन्हें मैरिट में शामिल कर लिया जाएगा.

गौरतलब है कि यूपी में पीजी कोर्स की पढ़ाई -19 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में होती है. पीजी कोर्स की पढ़ाई एमडी-एमएस, पीजी डिप्लोमा की 1027 सरकारी सीटों पर ही प्रवेश किया जाता है. प्राइवेट में 1064 एमडी-एमएस व पीजी डिप्लोमा सीटों पर प्रवेश किया जाता है.

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