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बसंत कुंज योजना: प्लॉट की कमीत बढ़ी तो ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में आई कमी - lucknow development authority

लखनऊ विकास प्राधिकरण की बसंत कुंज योजना में भूखंड आवंटन के लिए शुरू हुई रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में लोग दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह एलडीए की तरफ से पिछले दिनों बसंत कुंज योजना की जमीन की कीमतों में बढ़ोतरी करना है.

लखनऊ विकास प्राधिकरण
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Published : Feb 19, 2021, 3:34 PM IST

लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण की बसंत कुंज योजना में भूखंड आवंटन के लिए शुरू हुई रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में लोग दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह एलडीए की तरफ से पिछले दिनों बसंत कुंज योजना की जमीन की कीमतों में काफी बढ़ोतरी करना है. ऐसे में प्लॉट आवंटन के लिए होने वाली लॉटरी के लिए बहुत कम संख्या में लोग अभी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं.

अब तक 260 लोगों ने किया रजिस्ट्रेशन
एलडीए अधिकारियों के अनुसार एलडीए ने बसंत कुंज योजना के अंतर्गत 250 भूखंडों के लिए पंजीकरण की व्यवस्था शुरू की है, जिसमें अब तक मात्र 260 लोगों ने ही पंजीकरण करवाया है. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने बसंत कुंज योजना के लिए भूखंड आवंटन के अंतर्गत जमीन की कीमत पहले 24 हजार प्रति वर्ग मीटर निर्धारित की थी. बाद में फ्री होल्ड का 12 फीसद शुल्क भी इसी में शामिल कर दिया गया. इससे एलडीए ने विवरण पुस्तिका में ₹26,880 प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से भूखंड बेचना शुरू किया, लेकिन रेट अधिक होने से अपेक्षा के अनुसार खरीदारों की संख्या बढ़ नहीं पा रही है.

इसे भी पढ़ें:-मुख्तार अंसारी से संबंधित इन अधिकारियों पर गिरेगी गाज

लंबे समय बाद एलडीए ने शुरू की प्लाट आवंटन की शुरुआत
प्राधिकरण की योजनाओं में लंबे समय के बाद प्लॉट आवंटन के लिए पंजीकरण शुरू कराए गए हैं. इसलिए एलडीए को अच्छी इनकम की भी उम्मीद जगी है. हरदोई रोड स्थित बसंत कुंज योजना लखनऊ विकास प्राधिकरण ने 2005 में लांच किया था. कुछ एक्टर में भूखंड आवंटित करने के बाद कई मामलों में यह पूरी योजना विवादित ही रही. यहां दर्जनों आवंटियों ने सांठगांठ करके दूसरी योजना में अपना समायोजन करा लिया.

भूखंड लेने से पहले साइड विजिट कर रहे हैं लोग
वहीं दूसरी तरफ 650 से अधिक आवंटियों को कब्जा भी प्राधिकरण डेढ़ दशक बाद अब दे पाया है. हालांकि अभी इन लोगों की रजिस्ट्री भी शुरू नहीं हुई है. वहीं जो भूखंड बसंत कुंज योजना में लेना चाहता है वह एक बार साइड विजिट पर जरूर पहुंच रहा है, जिससे सारी स्थिति को जान और समझ सकें, क्योंकि 72 वर्ग मीटर के भूखंड की रजिस्ट्री करवाते समय 20 लाख रुपये से अधिक का प्लाट मिल रहा है. वहीं दूसरी तरफ एलडीए की तरफ से अभी विकास कार्य वहां पर नहीं कराए गए हैं.

26 जनवरी से शुरू हुआ है रजिस्ट्रेशन
प्राधिकरण ने 112 वर्ग मीटर 200 या 288 वर्ग मीटर के भूखंड आवंटन के लिए पंजीकरण शुरू किया है. 26 जनवरी से रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया है. सबसे बड़ा भूखंड 74 लाख रुपये तक है. हालांकि अधिकारियों का कहना है कि अगले दो से तीन माह में वहां की स्थिति बदल जाएंगी और इन भूखंड आवंटन के बाद 250 भूखंड का आवंटन और करने के लिए लॉटरी निकाली जाएगी. इसके लिए टाउन प्लानिंग डिपार्टमेंट से प्लानिंग की बातचीत भी हो रही है.

लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण की बसंत कुंज योजना में भूखंड आवंटन के लिए शुरू हुई रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में लोग दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह एलडीए की तरफ से पिछले दिनों बसंत कुंज योजना की जमीन की कीमतों में काफी बढ़ोतरी करना है. ऐसे में प्लॉट आवंटन के लिए होने वाली लॉटरी के लिए बहुत कम संख्या में लोग अभी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं.

अब तक 260 लोगों ने किया रजिस्ट्रेशन
एलडीए अधिकारियों के अनुसार एलडीए ने बसंत कुंज योजना के अंतर्गत 250 भूखंडों के लिए पंजीकरण की व्यवस्था शुरू की है, जिसमें अब तक मात्र 260 लोगों ने ही पंजीकरण करवाया है. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने बसंत कुंज योजना के लिए भूखंड आवंटन के अंतर्गत जमीन की कीमत पहले 24 हजार प्रति वर्ग मीटर निर्धारित की थी. बाद में फ्री होल्ड का 12 फीसद शुल्क भी इसी में शामिल कर दिया गया. इससे एलडीए ने विवरण पुस्तिका में ₹26,880 प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से भूखंड बेचना शुरू किया, लेकिन रेट अधिक होने से अपेक्षा के अनुसार खरीदारों की संख्या बढ़ नहीं पा रही है.

इसे भी पढ़ें:-मुख्तार अंसारी से संबंधित इन अधिकारियों पर गिरेगी गाज

लंबे समय बाद एलडीए ने शुरू की प्लाट आवंटन की शुरुआत
प्राधिकरण की योजनाओं में लंबे समय के बाद प्लॉट आवंटन के लिए पंजीकरण शुरू कराए गए हैं. इसलिए एलडीए को अच्छी इनकम की भी उम्मीद जगी है. हरदोई रोड स्थित बसंत कुंज योजना लखनऊ विकास प्राधिकरण ने 2005 में लांच किया था. कुछ एक्टर में भूखंड आवंटित करने के बाद कई मामलों में यह पूरी योजना विवादित ही रही. यहां दर्जनों आवंटियों ने सांठगांठ करके दूसरी योजना में अपना समायोजन करा लिया.

भूखंड लेने से पहले साइड विजिट कर रहे हैं लोग
वहीं दूसरी तरफ 650 से अधिक आवंटियों को कब्जा भी प्राधिकरण डेढ़ दशक बाद अब दे पाया है. हालांकि अभी इन लोगों की रजिस्ट्री भी शुरू नहीं हुई है. वहीं जो भूखंड बसंत कुंज योजना में लेना चाहता है वह एक बार साइड विजिट पर जरूर पहुंच रहा है, जिससे सारी स्थिति को जान और समझ सकें, क्योंकि 72 वर्ग मीटर के भूखंड की रजिस्ट्री करवाते समय 20 लाख रुपये से अधिक का प्लाट मिल रहा है. वहीं दूसरी तरफ एलडीए की तरफ से अभी विकास कार्य वहां पर नहीं कराए गए हैं.

26 जनवरी से शुरू हुआ है रजिस्ट्रेशन
प्राधिकरण ने 112 वर्ग मीटर 200 या 288 वर्ग मीटर के भूखंड आवंटन के लिए पंजीकरण शुरू किया है. 26 जनवरी से रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया है. सबसे बड़ा भूखंड 74 लाख रुपये तक है. हालांकि अधिकारियों का कहना है कि अगले दो से तीन माह में वहां की स्थिति बदल जाएंगी और इन भूखंड आवंटन के बाद 250 भूखंड का आवंटन और करने के लिए लॉटरी निकाली जाएगी. इसके लिए टाउन प्लानिंग डिपार्टमेंट से प्लानिंग की बातचीत भी हो रही है.

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