लखनऊ: प्रदेश में महिलाओं और बालिकाओं पर अपराध में रोकथाम लगाने और प्रभावी कार्रवाई करने के लिए 'मिशन शक्ति' का अभियान चलाया जा रहा है. वहीं इस अभियान से अब महिलाओं के अपराध के मामले में सकारात्मक असर दिखाई देने लगा है. नवंबर-दिसंबर में अपराध के आंकड़ों में 3 से 30 फीसदी तक कमी आई है.
मंगलवार को अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि 2020 के मुकाबले दहेज हत्या की घटनाओं में 17% कमी, दुष्कर्म के मामलों में 3 प्रतिशत, शांतिभंग के मामलों में 30% और अपहरण के मामले में 17% की कमी आई है. वहीं उन्होंने बताया कि 2019 में 320 घटनाएं दहेज हत्या की हुईं थी. नवंबर 2020 में और दिसंबर में यह आंकड़ा 264 रहा.
'मिशन शक्ति' से महिला अपराध में आई कमी
उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि साल 2019 में 320 दहेज हत्या के मामले सामने आए थे, जबकि साल 2020 में इसी अवधि में 264 मामले रहे. वहीं साल 2019 में दुष्कर्म की 391 घटनाएं हुईं, जो कि साल 2020 में घटकर 379 हो गईं. इसी तरह छेड़खानी की 1806 मामले के मुकाबले 1269 घटनाएं पंजीकृत हुई हैं. वहीं अपहरण के मामले में भी कमी आई है. 2019 में अपहरण केस की 1687 घटनाएं हुईं, जो 2020 में घटकर 1406 हो गईं.
'मिशन शक्ति' के मामलों में कार्रवाई में लखनऊ अव्वल
मिशन शक्ति के तहत महिलाओं के मामले में हुई कार्रवाई में लखनऊ जोन सबसे आगे है. पूरे प्रदेश में 50,000 से अधिक लोगों के खिलाफ 107, 116 के तहत कार्रवाई की गई. अकेले लखनऊ जोन में 23,090 के लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई. गोरखपुर में 6,000 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई. सबसे कम 850 लोगों के खिलाफ 107 और 116 के तहत प्रयागराज में कार्रवाई हुई. इसी तरह शांतिभंग की कार्रवाई में लखनऊ जोन पहले नंबर पर है.