लखनऊ : हरी सब्जियों (green vegetables) से रसोई सजने लगी है. स्थानीय बाड़ियों से थोक मंडी में भरपूर आवक होने से सब्जियों के दाम में कमी आई है. इसका असर अब रसोई घरों में दिखने लगा है. गर्मी से लेकर अब तक महंगे दाम पर बिकने वाले टमाटर की कीमत (tomato price) भी कम हुई है. नीबू के दाम (lemon prices) में भी गिरावट देखी जा रही है. साथ ही आलू, हरी मटर, तरोई, भिंडी व अन्य सब्जियों के दाम कम हुए हैं.
लखनऊ की दुबग्गा स्थित थोक सब्जी मंडी (Lucknow's Dubagga wholesale vegetable market) में स्थानीय बाड़ियों से सब्जी की भरपूर आवक होने लगी है. स्थानीय आवक का सब्जी मंडी में दबाव बढ़ने का असर भी देखने को मिल रहा है. भरपूर आवक के दबाव के कारण हरी सब्जियां सस्ती (cheap green vegetables) हो गई हैं. गर्मी के सीजन में 50 से 60 रुपये किलोग्राम पर बिकने वाला टमाटर अब सस्ता हुआ है. इस वक्त टमाटर 20 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बाजारों में बिक रहा है. थोक मंडी से खुदरा बाजार में आते ही सब्जियों के दाम में तेजी आ जाती है. राहत की बात यह है कि भरपूर आवक के बीच सब्जियों के दाम में गिरावट आई है.
दुबग्गा मंडी में मंगलवार को प्याज- 30 रुपये किलो, टमाटर- 20 रुपये किलो, आलू- 15 रुपये किलो, नीबू- 30 रुपये किलो, तरोई- 30 रुपये किलो, लहसुन- 30 रुपये किलो, करेला- 40 रुपये किलो, परवल- 40 रुपये किलो, मटर- 25 रुपये किलो, सेम- 50 रुपये किलो, शिमला मिर्च- 20 रुपये किलो, कद्दू- 20 रुपये किलो, लौकी- 20 रुपये किलो, पालक- 30 रुपये किलो, भिंडी- 30 रुपये किलो, मिर्च- 50 रुपये किलो, गोभी- 20 रुपये पर पीस, गाजर- 15 रुपये किलो बिका. दुबग्गा सब्जी मंडी के आढ़ती लाला यादव (Agent Lala Yadav) ने बताया कि बीते दिनों मंडी में सब्जियां कम मात्रा में आ रही थी. इस समय मंडियों में सब्जियों की आवक ज़्यादा बढ़ने से सब्जियों के दाम कम हो गए हैं, जो कि आम आदमी के लिए राहत भरी खबर है.