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Investor Summit से खुलेंगे रोजगार के द्वार, चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े पैमाने पर होगी भर्तियां - health sector recruitment

लखनऊ में स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि इनवेस्ट समिट बेहतर इलाज और मेडिकल की पढ़ाई के लिए मील का पत्थर साबित होगा. कई संस्थाओं ने प्रदेश में कई कॉलेज और कंपनियां लगाने का प्रस्ताव रखा है.

लखनऊ में स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक
लखनऊ में स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक
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Published : Feb 8, 2023, 10:49 PM IST

लखनऊ: बेहतर इलाज व मेडिकल की पढ़ाई में इनवेस्ट समिट मील का पत्थर साबित होगा. बड़ी संख्या में संस्थाओं ने प्रदेश में मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल, फार्मासिस्यूटकल कंपनियों लगाने की हामी भरी है. इससे प्रदेश आर्थिक रूप से मजबूत होगा. बेरोजगारों को भी अवसर मिलेगा. रोजगार की राह आसान होगी.

1,49,116 को रोजगार मिलेगा: चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग अब तक 171 प्रोजेक्ट पर हस्ताक्षर हो चुके हैं. ये सभी प्रोजेक्ट लगभग 53827.52 करोड़ रुपये के हैं. इसमें चार कैंसर इंस्टीट्यूट, एक डेंटल, पांच डायग्नोस्टिक सेंटर, पांच रिसर्च इंस्टीट्यूट, 15 सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल, तीन पीपीपी प्रोजेक्ट, 15 मल्टी स्पेशियालिटी समेत अन्य प्रोजेक्ट शामिल हैं. इनके स्थापित होने से प्रदेश आर्थिक रूप से मजबूत होगा. लगभग 149116 लोगों को रोजगार मिलेगा. इसमें सभी श्रेणी के कर्मचारी शामिल होंगे.

अब तक चिकित्सा शिक्षा विभाग 100 प्रोजेक्ट पर साइन कर चुका है. 11 मेडिकल यूनिवर्सिटी, 17 मेडिकल कॉलेज, 11 नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कॉलेज, 31 नर्सिंग कॉलेज, पैरामेडिकल कॉलेज 17, फार्मासियुटिकल कॉलेज 10, डेंटल कॉलेज, आंकोलॉजी रिसर्च लैब समेत अन्य सेंटर स्थापित होंगे. इन पर करीब 1604845 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

स्वास्थ्य मंत्री और यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश तेजी से विकास के पथ पर चल रहा है. इनवेस्टर समिट से प्रदेश को रफ्तार मिलेगी. प्रदेश की तरक्की में सरकारी के साथ प्राइवेट संस्थान भी कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं. रोजगार के अवसर भी मिलेगा. लगातार कंपनियों से बात की जा रही है. यूपी में इनवेस्ट करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. कानून व्यवस्था, बेहतर सड़क, एक्सप्रेस-वे, हाईवे व एयरपोर्ट बेहतर हुए हैं. इससे आवागमन सुगम हुआ है. अब लोग अपनी मर्जी से यूपी में इनवेस्ट करना चाह रहे हैं.

लखनऊ: बेहतर इलाज व मेडिकल की पढ़ाई में इनवेस्ट समिट मील का पत्थर साबित होगा. बड़ी संख्या में संस्थाओं ने प्रदेश में मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल, फार्मासिस्यूटकल कंपनियों लगाने की हामी भरी है. इससे प्रदेश आर्थिक रूप से मजबूत होगा. बेरोजगारों को भी अवसर मिलेगा. रोजगार की राह आसान होगी.

1,49,116 को रोजगार मिलेगा: चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग अब तक 171 प्रोजेक्ट पर हस्ताक्षर हो चुके हैं. ये सभी प्रोजेक्ट लगभग 53827.52 करोड़ रुपये के हैं. इसमें चार कैंसर इंस्टीट्यूट, एक डेंटल, पांच डायग्नोस्टिक सेंटर, पांच रिसर्च इंस्टीट्यूट, 15 सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल, तीन पीपीपी प्रोजेक्ट, 15 मल्टी स्पेशियालिटी समेत अन्य प्रोजेक्ट शामिल हैं. इनके स्थापित होने से प्रदेश आर्थिक रूप से मजबूत होगा. लगभग 149116 लोगों को रोजगार मिलेगा. इसमें सभी श्रेणी के कर्मचारी शामिल होंगे.

अब तक चिकित्सा शिक्षा विभाग 100 प्रोजेक्ट पर साइन कर चुका है. 11 मेडिकल यूनिवर्सिटी, 17 मेडिकल कॉलेज, 11 नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कॉलेज, 31 नर्सिंग कॉलेज, पैरामेडिकल कॉलेज 17, फार्मासियुटिकल कॉलेज 10, डेंटल कॉलेज, आंकोलॉजी रिसर्च लैब समेत अन्य सेंटर स्थापित होंगे. इन पर करीब 1604845 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

स्वास्थ्य मंत्री और यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश तेजी से विकास के पथ पर चल रहा है. इनवेस्टर समिट से प्रदेश को रफ्तार मिलेगी. प्रदेश की तरक्की में सरकारी के साथ प्राइवेट संस्थान भी कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं. रोजगार के अवसर भी मिलेगा. लगातार कंपनियों से बात की जा रही है. यूपी में इनवेस्ट करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. कानून व्यवस्था, बेहतर सड़क, एक्सप्रेस-वे, हाईवे व एयरपोर्ट बेहतर हुए हैं. इससे आवागमन सुगम हुआ है. अब लोग अपनी मर्जी से यूपी में इनवेस्ट करना चाह रहे हैं.

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