लखनऊ: IPS अजय पाल शर्मा के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराने वाली महिला दीप्ति शर्मा के ऊपर दर्ज मुकदमों की जांच सीबीसीआईडी से कराने की संस्तुति की गई है. यह संस्तुति डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी के नेतृत्व में वैभव कृष्ण द्वारा आईपीएस अजय पाल शर्मा पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही एसआईटी ने की है.
बीते दिनों दीप्ति शर्मा ने शासन से शिकायत की थी कि अजय पाल शर्मा ने गाजियाबाद के एसपी रहते हुए अपनी प्रशासनिक ताकतों का दुरुपयोग करते हुए उनके ऊपर कई फर्जी मुकदमे दर्ज करवाए व घर पर गुंडों को भेजकर मारपीट की. इसके बाद शासन के निर्देशों पर लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई.
एफआईआर दर्ज होने के बाद इस मामले की जांच डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी के नेतृत्व में पहले से वैभव कृष्ण द्वारा आईपीएस अजय पाल शर्मा पर लगाए गए आरोपों की जांच कर रही एसआईटी को ट्रांसफर कर दी गई थी.
एसआईटी अजय पाल शर्मा पर लगाए गए आईपीएस वैभव कृष्ण द्वारा आरोपों की जांच कर रही है. वही एसआईटी ने दीप्ति शर्मा के ऊपर गाजियाबाद, रामपुर व बुलंदशहर में दर्ज की गई एफआईआर की जांच सीबीसीआईडी से कराने की संस्तुति की है.
विवादों में घिरे हैं अजय पाल शर्मा
नोएडा के पूर्व एसएसपी वैभव कृष्ण ने अजय पाल शर्मा सहित पांच आईपीएस अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, जिसके बाद एसआईटी इस पूरे मामले की जांच कर रही है. इसी बीच दीप्ति शर्मा नाम की एक महिला ने खुद को आईपीएस अजय पाल शर्मा की पत्नी बताया.
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दीप्ति शर्मा ने अजय पाल शर्मा के ऊपर फर्जी मुकदमे लिखा कर जेल भेजने सहित कई अन्य आरोप लगाते हुए शासन से शिकायत की थी, जिसके बाद हजरतगंज में मुकदमा दर्ज किया गया था. एसआईटी इस पूरे मामले की जांच कर रही है. इसी बीच एसआईटी ने दीप्ति शर्मा पर दर्ज किए गए मामले की जांच सीबीसीआईडी की मेरिट यूनिट से कराने की संस्तुति की है.