लखनऊ: विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर लखनऊ नगर निगम ने भले ही शहर के सभी शौचालयों को साफ सुथरा रखने का दावा किया, लेकिन सच्चाई इससे इतर है. राजधानी के कई शौचालय काफी गंदे हैं. इनकी साफ-सफाई और इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है, जिससे आम जनता को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
स्थानीय ने खोली पोल
विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर लखनऊ नगर निगम का दावा है कि आज सभी शौचालयों को साफ सुथरा रखने का अभियान चलाया गया, जिससे आम नागरिकों को किसी तरह की समस्या न हो. वहीं शौचालय की गंदगी के बारे में स्थानीय राजीव कुमार ने बताया कि शौचालय साफ न होने से लोगों को काफी समस्या होती है. वहीं एक किलोमीटर की परिधि में शौचालय न होने से भी लोगों को दिक्कत होती है. जो शौचालय हैं अभी वह काफी गंदे हैं, जिससे लोग ऐसे शौचालयों में जाने से भी बचते हैं.
प्रशासन का दावा
वहीं इस बारे में अपर नगर आयुक्त डॉ. अर्चना द्विवेदी का कहना है कि विश्व शौचालय दिवस के पूर्व ही हम लोगों ने तैयारियां कर ली थीं. 189 शौचालय हैं जहां पर सभी जोन के अधिकारी और कर्मचारी साफ सफाई में लगे हैं. इसके अतिरिक्त पिंक टॉयलेट भी बनवाया जा रहा है. इसके साथ ही आज पिंक टॉयलेट की पेंटिंग भी की गई और यह अभियान लगातार जारी रहेगा, जिससे आम नागरिकों को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े.
बताते चलें कि लखनऊ नगर निगम ने भले ही लखनऊ के शौचालयों को साफ-सुथरा रखने का दावा किया पर ईटीवी भारत की पड़ताल में सच्चाई सामने आई. राजधानी के कई शौचालय इतने गंदे हैं कि वहां जाने से लोग बच रहे हैं.