लखनऊ: महाराष्ट्र के भंडारा जिले में शनिवार सुबह एक अस्पताल में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई. आग लगने के बाद समय रहते सभी बच्चों को वार्ड से बाहर नहीं निकाला जा सका, जिसके चलते यह हादसा हुआ. महाराष्ट्र में हुए इस हादसे के बाद अस्पतालों में अग्निशमन को लेकर की जाने वाली व्यवस्था सवालों के घेरे में है. ऐसे में ईटीवी भारत ने राजधानी लखनऊ के दो प्रमुख अस्पताल बलरामपुर और सिविल अस्पताल का रियलिटी चेक किया.
राजधानी लखनऊ स्थित बलरामपुर अस्पताल सैकड़ों की संख्या में लोग इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं. यहां पर इमरजेंसी वार्ड से लेकर तमाम विभाग के वार्ड में मरीजों को भर्ती किया जाता है. अस्पताल आग लगने की आपातकाल की स्थिति से निपटने के लिए कितना तैयार है इसे जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम बलरामपुर अस्पताल पहुंची. ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में सामने आया कि बलरामपुर अस्पताल आग बुझाने के लिए प्रयोग किए जाने वाले उपकरण मौजूद हैं.
पर्याप्त मात्रा में आग बुझाने के लिए उपकरण मौजूद
बलरामपुर अस्पताल के डायरेक्टर राजीव लोचन ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए बताया कि आग लगने की आवाज काल जैसी स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल पूरी तरह से तैयार है. पर्याप्त मात्रा में अस्पताल के पास आने वाले उपकरण मौजूद हैं. पूरे अस्पताल में अलार्म सिस्टम है, इसके बावजूद भी अगर कोई बड़ी घटना होती है तो उसे निपटने के लिए कर्मचारियों को ट्रेंड किया गया है कि इस स्थिति में किस तरीके से फायर ब्रिगेड को सूचना देनी है और कैसे मरीजों को सुरक्षित स्थान पर ले जाना है.
अस्पताल में लगे मिले सेंसर
अस्पताल के विभिन्न वार्ड में सेंसर लगाए गए हैं. जो आग लगने की स्थिति में संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों कर्मचारियों को आग लगने का संकेत देते हैं. इन सेंसर की मदद से तत्काल जिम्मेदारों तक सूचना पहुंच जाती है, जिससे समय पर आग पर काबू पाया जा सकता है.
सिविल अस्पताल में तैयार हो रहा अग्निशमन प्रेशर पंप
राजधानी लखनऊ के सिविल अस्पताल में अग्निशमन को लेकर बड़े प्रयास किए जा रहे हैं, पूरे अस्पताल में बेहतर तरीके से अग्निशमन की व्यवस्था को लागू करने के लिए नेटवर्किंग की गई है. सिविल अस्पताल के परिसर में प्रेशर पंप का निर्माण किया जा रहा है. अस्पताल के प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, पाइप की मदद से पूरे अस्पताल की ऐसी नेटवर्किंग की गई है कि आग लगने की स्थिति में किसी भी स्थान में तत्काल प्रभाव से आग बुझाने के लिए पानी उपलब्ध रहेगा. पानी के स्टोर के लिए परिसर में टैंक बनाया गया है. हालांकि अभी यह सुविधाएं लागू नहीं हो पाई हैं.
वर्तमान समय में लागू नहीं है सुविधाएं
सिविल हॉस्पिटल के डायरेक्टर एस के नंदा ने बताया कि जल्द ही काम पूरा हो जाएगा. कार्य संस्था अस्पताल प्रशासन को अग्निशमन को लेकर की गई व्यवस्थाएं हैंडओवर करेगी. फिलहाल हम उपलब्ध पुरानी व्यवस्थाओं से काबू पाने के लिए भी सक्षम हैं.