लखनऊ : वित्तमंत्री सीतारमण ने बुधवार को आम बजट पेश किया है. ईटीवी भारत ने बजट पर विस्तृत जानकारी के लिए शिक्षाविद डॉ अलका से बातचीत की. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि 'इस बार का जो बजट आया है वह मिलाजुला है. खास बात यह है कि इस बार भी पेपर लेस बजट पेश हुआ है. सरकार ने तमाम उन पहलुओं को फोकस किया है जो आम जनता की प्राथमिकता है.'
उन्होंने बताया कि 'इस बार का जो बजट है, सच में सभी वर्ग को देखते हुए लाया गया है. युवाओं को नशा मुक्त करने के लिए सरकार ने नशा युक्त सामग्री को महंगा किया है, ताकि युवा धूम्रपान व नशा युक्त चीजों का सेवन करने से पहले अपने बजट के बारे में जरूर सोचें. इसके साथ ही सोने चांदी के भाव को भी सस्ता किया गया है.' उन्होंने कहा कि 'एक गरीब वर्ग और मध्यम वर्ग के परिवार का खर्चा उस वक्त बहुत बढ़ जाता है जब बेटी की शादी करते हैं. शादी के दौरान जो सामान एक पिता अपनी बेटी को देता है. जिसमें टीवी, फ्रिज, कूलर, एसी तमाम चीजें शामिल होती हैं व वाहन इत्यादि और सोना चांदी भी होते हैं, तो ऐसी चीजों का दाम कम हुआ है, ऐसे में लोगों को काफी राहत मिलेगी.'
लोगों ने राहत की सांस : बजट को लेकर ईटीवी भारत ने आम लोगों से भी बातचीत की. इनकम टैक्स में छूट मिलने से मिडिल क्लास के लोगों ने राहत की सांस ली है. नौकरी पेशा लोगों का कहना है कि उनकी सैलरी का अधिकांश हिस्सा टैक्स में चला जाता था.
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के आखिरी बजट में कई घोषणाएं की गई हैं. इन घोषणाओं में मिडिल क्लास के लोगों ने भी राहत की सांस ली है. नौकरी पेशा कुसुम श्रीवास्तव का कहना है कि 'बीते 8 सालों से इनकम टैक्स में राहत नहीं दी गई थी, मगर इस बार सरकार के बजट में आयकर की सीमा को बढ़ा दिया गया है. आयकर की सीमा बढ़ा देने से नौकरी करने वाले लोगों को काफी आराम मिला है. उन्होंने बताया कि उनकी वेतन का अधिकांश हिस्सा टैक्स के रूप में चला जाता था.' बजट में सरकार द्वारा देशभर में एकलव्य कॉलेज में टीचरों की भर्ती भी शामिल है. इन कॉलेजों में टीचरों की भर्ती होने से स्टूडेंट्स काफी उत्साहित हैं. स्टूडेंट्स का कहना है कि 'कॉलेजों में टीचरों की कमी के कारण पढ़ाई में काफी परेशानियां होती थीं जो अब दूर होने जा रही हैं.' उन्होंने कहा कि 'ज्यादा से ज्यादा टीचरों की भर्ती होने से हम विद्यार्थियों को समय पर उच्च शिक्षा मिल सकेगी.' स्टूडेंट्स का कहना है कि 'नर्सिंग कॉलेज की स्थापना होने से मेडिकल के क्षेत्र में वह अपनी सेवाएं दे सकेंगे.'
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से पेश किए गए बजट पर उत्तर प्रदेश महिला शिक्षक संघ की प्रदेश अध्यक्ष व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की प्रदेश संयोजक सुलोचना मौर्य ने महिलाओं को लेकर अपनी राय व्यक्त की है. वित्त मंत्री ने बजट के माध्यम से हर सेक्टर को लाभ पहुंचाया है जिसके लिए वे बधाई की पात्र हैं, लेकिन इस बजट में सेवारत (नौकरी पेशा) महिला कार्मिकों और एकल महिला अभिभावक (अविवाहित, तलाकशुदा, विधवा) वरिष्ठ जन का टैक्स स्लैब अलग करके उन्हें और भी अधिक सुविधा व छूट देने की बेहद आवश्यकता थी, जिससे परिवार व समाज में महिलाओं की महत्ता को बढ़ाते हुए हम महिला सशक्तिकरण को और भी अधिक गति देने का प्रयास करते. सरकार ने आम बजट में "महिला सम्मान बचत पत्र योजना" की शुरुआत और आठ साल बाद इनकम टैक्स स्लैब में परिवर्तन करना, महिलाओं और कर्मचारियों के लिए एक अच्छा कदम है.
मेरठ में एक्सपर्ट्स ने कही ये बात : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को बजट 2023 पेश किया है. यह बजट 2024 के आम चुनावों से पहले मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट है. अगले साल देशभर में लोकसभा चुनाव भी होने हैं. ऐसे में चुनाव के नजरिए से भी यह बजट बहुत खास है. ईटीवी भारत ने इस बारे में मेरठ में एक्सपर्ट्स से बातचीत की खास तौर पर मेरठ में चार्टर्ड एकाउंटेंट्स से बात और उनसे जाना कि केंद्र सरकार के इस बजट को किस तरह से एक्सपर्ट्स मूल्यांकन करते हैं, देखिए खास...
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