लखनऊ: राजधानी में 15 दिसंबर से राशन वेरिफिकेशन का कार्य शुरू होगा. इसके लिए सप्लाई विभाग ने अभी से तैयारियां कर ली हैं. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, राशन कार्ड सत्यापन का कार्य दिसंबर की शुरुआत में ही करना था, लेकिन एमएलसी चुनाव के चलते सत्यापन के कार्य में देरी हुई है. 15 दिसंबर से सत्यापन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
15 दिसंबर से शुरू होगा राशन कार्ड सत्यापन का कार्य - राशन कार्ड वेरिफिकेशन लखनऊ
लखनऊ में 15 दिसंबर से राशन वेरिफिकेशन का कार्य शुरू किया जाएगा. अधिकारियों के अनुसार राशन कार्ड सत्यापन का कार्य दिसंबर की शुरुआत में ही होना था, लेकिन एमएलसी चुनाव के चलते इसे रोक दिया गया था.
राशन वेरिफिकेशन का कार्य शुरू
लखनऊ: राजधानी में 15 दिसंबर से राशन वेरिफिकेशन का कार्य शुरू होगा. इसके लिए सप्लाई विभाग ने अभी से तैयारियां कर ली हैं. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, राशन कार्ड सत्यापन का कार्य दिसंबर की शुरुआत में ही करना था, लेकिन एमएलसी चुनाव के चलते सत्यापन के कार्य में देरी हुई है. 15 दिसंबर से सत्यापन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
बीते कुछ दिनों से राजधानी में यह अफवाह फैल रही है कि लॉकडाउन के लखनऊ में बने राशन कार्ड को लेकर जांच होगी. जिन लोगों ने अपनी पात्रता को छिपाकर गलत तरह से राशन कार्ड बनवाए हैं, उनसे राशन कार्ड की रिकवरी की जाएगी. एडीएम सप्लाई और डीएसओ लखनऊ का कहना है कि शासन से इस तरह का कोई निर्देश नहीं मिला है. हर साल की तरह इस साल भी राशन कार्ड का सत्यापन कराया जाएगा. इसके तहत मौके पर न मिलने वाले परिवारों का राशन कार्ड कैंसिल किया जाएगा.
सत्यापन कर समाप्त किए जाएंगे राशन कार्ड
डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफीसर सुनील सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि सत्यापन कर उन राशन कार्ड को खत्म किया जाएगा जिनके पते पर लोग अब नहीं रह रहे हैं. वहीं, अगर राशन कार्ड में किसी तरह की गलत सूचनाएं हैं तो उनको लेकर भी सुधारात्मक कार्यवाही की जाएगी. नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि पात्र व्यक्तियों का राशन कार्ड भी सत्यापन के दौरान बनाया जाए.
बीडीओ होंगे नोडल अधिकारी
राशन कार्ड सत्यापन के कार्य के लिए बीडीओ को नोडल अधिकारी बनाया जाएगा. बीडीओ के नेतृत्व में लेखपाल और कानून गो राशन कार्ड सत्यापन का कार्य करेंगे. इस दौरान यह देखा जाएगा कि राशन कार्ड के पते पर संबंधित व्यक्ति वर्तमान में रह रहा है या नहीं, यदि जिस व्यक्ति के नाम पर राशन कार्ड बना है. वह अब इस पते पर नहीं रह रहा है तो उनका राशन कार्ड समाप्त किया जाएगा. वहीं, नए पात्रों को राशन कार्ड की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
लॉकडाउन के दौरान बनाए गए 1,74, 228 राशन कार्ड
कोरोना संक्रमण को लेकर बीते दिनों लॉकडाउन के दौरान जहां बड़े पैमाने पर जरूरतमंदों में राशन का वितरण किया गया. वहीं, जरूरतमंदों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके इस बात को ध्यान में रखते हुए कोरोना संक्रमण के दौरान राजधानी में नए 1,74,228 राशन कार्ड बनाए गए हैं.
लॉकडाउन के बाद अब तक बनाए गए नए राशन कार्ड की स्थिति
कम रेट पर राशन उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन राशन कार्ड बनाता है और इसी कार्ड की मदद से जरूरतमंद लोगों को कम कीमत पर राशन उपलब्ध कराया जाता है. लॉकडाउन के दौरान लोगों को राशन मिल सके इस बात को ध्यान में रखते हुए बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर 1,74,228 राशन कार्ड का वितरण किया गया. एडीएम सप्लाई आरबी पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन के दौरान किसी को राशन की समस्या न हो इस बात को ध्यान में रखते हुए 2800 अस्थाई राशन कार्ड सहित कुल 1,74,228 राशन कार्ड का वितरण किया गया है. 2800 अस्थाई राशन कार्ड को भी स्थाई राशन कार्ड में परिवर्तित कर दिया गया है. वर्तमान में राजधानी में कुल 774260 राशन कार्ड मौजूद हैं. राशन कार्ड धारक परिवार को सरकारी रेट पर राशन उपलब्ध कराया जाता है. यह राशन हर महीने लाभार्थियों को कोटेदार के माध्यम से सरकारी दुकानों पर मिलता है.
योजनाओं के तहत जिले में वितरित हो रहा राशन
राजधानी में राष्ट्रीय खाद सुरक्षा अधिनियम व प्रधानमंत्री अन्न कल्याण योजना के अंतर्गत राशन वितरण का काम किया जा रहा है. हर महीने 1 तारीख से लेकर 14 तारीख और 20 तारीख से लेकर 30 तारीख तक राशन का वितरण किया जाता है.
इस योजना के तहत मिलता है राशन
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत सामान्य राशन कार्ड धारक परिवार को 35 किलो अनाज सरकारी रेट में दिया जाता है. इसमें 20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल शामिल है. इस योजना के तहत गेहूं दो रुपये किलो और चावल 3 रुपये किलो उपलब्ध कराया जाता है.
प्रधानमंत्री अन्न कल्याण योजना के तहत फ्री में मिलता है राशन
प्रधानमंत्री अन्न कल्याण योजना के तहत परिवार के प्रति सदस्य के हिसाब से 5 किलो अनाज दिया जाता है. इसमें 3 किलो गेहूं, 2 किलो चावल उपलब्ध कराया जाता है. इस योजना के तहत परिवारों को मुफ्त में राशन उपलब्ध कराया जाता है. राजधानी में 50,112 पात्र गृहस्थी राशन कार्ड होल्डर हैं.
बीते कुछ दिनों से राजधानी में यह अफवाह फैल रही है कि लॉकडाउन के लखनऊ में बने राशन कार्ड को लेकर जांच होगी. जिन लोगों ने अपनी पात्रता को छिपाकर गलत तरह से राशन कार्ड बनवाए हैं, उनसे राशन कार्ड की रिकवरी की जाएगी. एडीएम सप्लाई और डीएसओ लखनऊ का कहना है कि शासन से इस तरह का कोई निर्देश नहीं मिला है. हर साल की तरह इस साल भी राशन कार्ड का सत्यापन कराया जाएगा. इसके तहत मौके पर न मिलने वाले परिवारों का राशन कार्ड कैंसिल किया जाएगा.
सत्यापन कर समाप्त किए जाएंगे राशन कार्ड
डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफीसर सुनील सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि सत्यापन कर उन राशन कार्ड को खत्म किया जाएगा जिनके पते पर लोग अब नहीं रह रहे हैं. वहीं, अगर राशन कार्ड में किसी तरह की गलत सूचनाएं हैं तो उनको लेकर भी सुधारात्मक कार्यवाही की जाएगी. नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि पात्र व्यक्तियों का राशन कार्ड भी सत्यापन के दौरान बनाया जाए.
बीडीओ होंगे नोडल अधिकारी
राशन कार्ड सत्यापन के कार्य के लिए बीडीओ को नोडल अधिकारी बनाया जाएगा. बीडीओ के नेतृत्व में लेखपाल और कानून गो राशन कार्ड सत्यापन का कार्य करेंगे. इस दौरान यह देखा जाएगा कि राशन कार्ड के पते पर संबंधित व्यक्ति वर्तमान में रह रहा है या नहीं, यदि जिस व्यक्ति के नाम पर राशन कार्ड बना है. वह अब इस पते पर नहीं रह रहा है तो उनका राशन कार्ड समाप्त किया जाएगा. वहीं, नए पात्रों को राशन कार्ड की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
लॉकडाउन के दौरान बनाए गए 1,74, 228 राशन कार्ड
कोरोना संक्रमण को लेकर बीते दिनों लॉकडाउन के दौरान जहां बड़े पैमाने पर जरूरतमंदों में राशन का वितरण किया गया. वहीं, जरूरतमंदों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके इस बात को ध्यान में रखते हुए कोरोना संक्रमण के दौरान राजधानी में नए 1,74,228 राशन कार्ड बनाए गए हैं.
लॉकडाउन के बाद अब तक बनाए गए नए राशन कार्ड की स्थिति
कम रेट पर राशन उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन राशन कार्ड बनाता है और इसी कार्ड की मदद से जरूरतमंद लोगों को कम कीमत पर राशन उपलब्ध कराया जाता है. लॉकडाउन के दौरान लोगों को राशन मिल सके इस बात को ध्यान में रखते हुए बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर 1,74,228 राशन कार्ड का वितरण किया गया. एडीएम सप्लाई आरबी पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन के दौरान किसी को राशन की समस्या न हो इस बात को ध्यान में रखते हुए 2800 अस्थाई राशन कार्ड सहित कुल 1,74,228 राशन कार्ड का वितरण किया गया है. 2800 अस्थाई राशन कार्ड को भी स्थाई राशन कार्ड में परिवर्तित कर दिया गया है. वर्तमान में राजधानी में कुल 774260 राशन कार्ड मौजूद हैं. राशन कार्ड धारक परिवार को सरकारी रेट पर राशन उपलब्ध कराया जाता है. यह राशन हर महीने लाभार्थियों को कोटेदार के माध्यम से सरकारी दुकानों पर मिलता है.
योजनाओं के तहत जिले में वितरित हो रहा राशन
राजधानी में राष्ट्रीय खाद सुरक्षा अधिनियम व प्रधानमंत्री अन्न कल्याण योजना के अंतर्गत राशन वितरण का काम किया जा रहा है. हर महीने 1 तारीख से लेकर 14 तारीख और 20 तारीख से लेकर 30 तारीख तक राशन का वितरण किया जाता है.
इस योजना के तहत मिलता है राशन
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत सामान्य राशन कार्ड धारक परिवार को 35 किलो अनाज सरकारी रेट में दिया जाता है. इसमें 20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल शामिल है. इस योजना के तहत गेहूं दो रुपये किलो और चावल 3 रुपये किलो उपलब्ध कराया जाता है.
प्रधानमंत्री अन्न कल्याण योजना के तहत फ्री में मिलता है राशन
प्रधानमंत्री अन्न कल्याण योजना के तहत परिवार के प्रति सदस्य के हिसाब से 5 किलो अनाज दिया जाता है. इसमें 3 किलो गेहूं, 2 किलो चावल उपलब्ध कराया जाता है. इस योजना के तहत परिवारों को मुफ्त में राशन उपलब्ध कराया जाता है. राजधानी में 50,112 पात्र गृहस्थी राशन कार्ड होल्डर हैं.