लखनऊ : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का इतिहास नए सिरे से लिखेगा. ऐसे स्वतन्त्रा संग्राम सेनानी जिनका नाम इतिहासकारों ने दर्ज नहीं किया. जो किन्हीं कारणों से गुमनाम रह गए, संघ उनके बारे में जिले में जानकारियां जुटा रहा है, और उन तथ्यों को जुटाकर संघ द्वारा पुस्तक का रूप दिया जाएगा.
दरअसल, संघ के लखनऊ मुख्यालय विश्व संवाद केंद्र जियामऊ में एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई थी. इस दौरान सह प्रांत कार्यवाह संजय सिंह ने इस बात की जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि गुमनाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का इतिहास नए सिरे से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ लिखेगा. उन्होंने बताया कि कोरोना लॉकडाउन समाप्त होने के बाद अब सभी शाखाएं दोबारा शुरू की जा रही हैं. मैदान में अब फिर से शाखाएं लगाई जा रही हैं.
उन्होंने कहा कि 2025 में संघ की स्थापना के 100 साल पूरे हो जाएंगे. हर गांव में संघ की शाखा लगाई जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अवध में 1754 न्याय पंचायतों में हम काम कर रहे हैं. 1848 शाखा लगा रहे हैं. 174 खण्ड अवध प्रान्त में काम किया जा रहा है. 2023 में सभी पंचायतों में काम होगा. आजादी 75 साल पर अमृत महोत्सव होना है. अवध प्रान्त में 25 जिला इकाइयों में कार्यक्रम होंगे, सभी ब्लॉक में कार्यक्रम होंगे.
उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता आंदोलन में बहुत से सेनानी हैं जिनका नाम सुनाई कम देता है. बिखरे हुए इतिहास को बड़े इतिहासकारों द्वारा भुला दिया गया है. ऐसे सेनानियों का इतिहास जुटाया जा रहा है. 19 नवम्बर से 16 दिसंबर को विजय दिवस तक पूरे देश में बड़े कार्यक्रम होंगे. उन्होंने बताया कि जिनका इतिहास अछूता है, उनकी एक पुस्तक प्रकाशित की जाएगी. हम इतिहास से अवगत कराएंगे. गुरु तेंग बहादुर के जन्म के 400 वर्ष पूरे हो रहे हैं, उस पर भी संघ द्वारा कार्यक्रम करवाए जाएंगे.
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उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का संघ विरोध करता है. वहां पूजा पंडालों पर सुनियोजित तरीके से हमले किये गए थे. संघ अल्पसंख्यक पर अत्याचार का विरोध करता है, वह चाहें कहीं भी हो रहे हों.
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