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Rashtriya Lok Dal ने मांगी किसानों के परिजनों लिए 50-50 लाख की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को नौकरी - बारिश और ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद

बारिश और ओलावृष्टि से हुई जनहानि और किसानों की हजारों एकड़ बर्बाद फसलों के बदले किसानों को मुआवजा की मांग राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष मनजीत सिंह ने सरकार से की है. उन्होंने सरकार की कृषि नीतियों पर भी सवाए उठाए हैं.

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Published : Mar 20, 2023, 5:32 PM IST

लखनऊ : राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष मनजीत सिंह ने बारिश और ओलावृष्टि से हुई जनहानि और किसानों की हजारों एकड़ बर्बाद हो गई फसलों के प्रति गहरी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा है कि प्रदेश के इलाकों में भारी बारिश और आंधी से लोग असमय ही काल के गाल में समा गए और किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. मंजीत सिंह ने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि आकाशीय बिजली गिरने से जिन छह लोगों की जान चली गई है. उनके परिजनों को 50-50 लाख की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए.

उन्होंने कहा कि असामयिक ओलावृष्टि से गेहूं, सरसों, मसूर व मटर की फसल के किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा, क्योंकि कुदरत के कहर ने किसानों की खून पसीने से सींची हुई फसल को बर्बाद और तहस नहस करके रख दिया है. जिससे किसानों को भारी आर्थिक बोझ तले दबने को मजबूर होना पड़ेगा. उन्होंने सरकार से यह भी मांग कि किसानों की बर्बाद हुई फसलों का आकलन कराकर उचित मुआवजा दिया जाए. जिससे किसान वर्ग को राहत मिल सके. उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं भयानक ओलावृष्टि से आम की फसल पर बुरा असर पड़ा है. बागों में आम का बौर बिखर गया जिससे आम की खेती करने वालों किसानों को भी भारी क्षति होने की सम्भावना है.

उन्होंने किसानों का दर्द बयां करते हुए कहा कि किसान पहले से ही सरकार की किसान विरोधी नीतियों से परेशान हाल था और अब कुदरत के कहर ने उनकी कमर तोड़ने का काम किया है. सरकार को किसानों को राहत पहुंचाने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार लगातार किसानों की मूलभूत जरूरतों और समस्याओं की अनदेखी कर रही है.

यह भी पढ़ें : भाजपा के खिलाफ अखिलेश बनाएंगे तीसरा मोर्चा, क्षेत्रीय दलों से गठबंधन की तैयारी

लखनऊ : राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष मनजीत सिंह ने बारिश और ओलावृष्टि से हुई जनहानि और किसानों की हजारों एकड़ बर्बाद हो गई फसलों के प्रति गहरी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा है कि प्रदेश के इलाकों में भारी बारिश और आंधी से लोग असमय ही काल के गाल में समा गए और किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. मंजीत सिंह ने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि आकाशीय बिजली गिरने से जिन छह लोगों की जान चली गई है. उनके परिजनों को 50-50 लाख की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए.

उन्होंने कहा कि असामयिक ओलावृष्टि से गेहूं, सरसों, मसूर व मटर की फसल के किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा, क्योंकि कुदरत के कहर ने किसानों की खून पसीने से सींची हुई फसल को बर्बाद और तहस नहस करके रख दिया है. जिससे किसानों को भारी आर्थिक बोझ तले दबने को मजबूर होना पड़ेगा. उन्होंने सरकार से यह भी मांग कि किसानों की बर्बाद हुई फसलों का आकलन कराकर उचित मुआवजा दिया जाए. जिससे किसान वर्ग को राहत मिल सके. उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं भयानक ओलावृष्टि से आम की फसल पर बुरा असर पड़ा है. बागों में आम का बौर बिखर गया जिससे आम की खेती करने वालों किसानों को भी भारी क्षति होने की सम्भावना है.

उन्होंने किसानों का दर्द बयां करते हुए कहा कि किसान पहले से ही सरकार की किसान विरोधी नीतियों से परेशान हाल था और अब कुदरत के कहर ने उनकी कमर तोड़ने का काम किया है. सरकार को किसानों को राहत पहुंचाने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार लगातार किसानों की मूलभूत जरूरतों और समस्याओं की अनदेखी कर रही है.

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