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राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया का सरनेम हुआ "बिश्नोई", वजह जान रह जाएंगे हैरान - jayant chaudhary surname change

राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी ने अपने नाम के साथ बिश्नोई सरनेम जोड़ लिया है. हालांकि यह नाम उन्होंने सिर्फ जून माह तक के लिए ही रखा है.

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चौधरी जयंत सिंह
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Published : Jun 7, 2022, 8:15 PM IST

लखनऊ: राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी अब चौधरी जयंत सिंह के बजाए जयंत सिंह बिश्नोई के नाम से जाने जाएंगे. जयंत ने मां के सम्मान में बिश्नोई सरनेम अपने नाम के साथ जोड़ा है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस नाम के सहारे राजस्थान विधानसभा चुनाव में जयंत चौधरी ने मास्टर स्ट्रोक खेलने का प्रयास किया है. अब यह तो चुनावी नतीजे आने के बाद पता चलेगा अपने नाम के साथ बिश्नोई सरनेम जोड़ने का जयंत को कितना लाभ मिला. हालांकि यह नाम उन्होंने सिर्फ जून माह तक के लिए ही रखा है.

दरअसल ट्विटर पर चौधरी जयंत ने अपने नाम के साथ बिश्नोई सरनेम जोड़ लिया है. इसके बाद से राजनीतिक गलियों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं. आरएलडी के अध्यक्ष ने बताया है कि उन्होंने अपनी मां के गोत्र को अपने नाम के साथ शामिल किया है. माता का नाम राधिका सिंह बिश्नोई है. जयंत चौधरी ने अपने ट्विटर पर लिखा कि "क्या आप जानते हैं, मेरा नाम में चौधरी अजीत सिंह जी की इच्छा अनुरूप कुमार भी है? माता जी के स्मृति में और शांतिप्रिय बिश्नोई समाज के सम्मान में जून माह के लिए ट्विटर पर यह नाम जोड़ा है. ऐसे वक्त जब धर्म और जाति पर आधारित बंटवारे पर चर्चा है शायद कुछ लोगों की आंखों से पर्दा उठ जाएं".

यह भी पढ़ें- वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताए प्रदेश में प्राप्त राजस्व के आंकड़े, कहा- यूपी में पेट्रोल डीजल सस्ता है

बता दें कि हाल ही में चौधरी जयंत सिंह राज्यसभा सांसद बने हैं और राजस्थान से राष्ट्रीय लोक दल इस बार मजबूती से चुनाव मैदान में उतरने को तैयार है. यह भी एक बड़ी वजह मानी जा रही है कि जयंत ने ट्विटर पर बिश्नोई नाम जोड़ा है.

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लखनऊ: राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी अब चौधरी जयंत सिंह के बजाए जयंत सिंह बिश्नोई के नाम से जाने जाएंगे. जयंत ने मां के सम्मान में बिश्नोई सरनेम अपने नाम के साथ जोड़ा है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस नाम के सहारे राजस्थान विधानसभा चुनाव में जयंत चौधरी ने मास्टर स्ट्रोक खेलने का प्रयास किया है. अब यह तो चुनावी नतीजे आने के बाद पता चलेगा अपने नाम के साथ बिश्नोई सरनेम जोड़ने का जयंत को कितना लाभ मिला. हालांकि यह नाम उन्होंने सिर्फ जून माह तक के लिए ही रखा है.

दरअसल ट्विटर पर चौधरी जयंत ने अपने नाम के साथ बिश्नोई सरनेम जोड़ लिया है. इसके बाद से राजनीतिक गलियों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं. आरएलडी के अध्यक्ष ने बताया है कि उन्होंने अपनी मां के गोत्र को अपने नाम के साथ शामिल किया है. माता का नाम राधिका सिंह बिश्नोई है. जयंत चौधरी ने अपने ट्विटर पर लिखा कि "क्या आप जानते हैं, मेरा नाम में चौधरी अजीत सिंह जी की इच्छा अनुरूप कुमार भी है? माता जी के स्मृति में और शांतिप्रिय बिश्नोई समाज के सम्मान में जून माह के लिए ट्विटर पर यह नाम जोड़ा है. ऐसे वक्त जब धर्म और जाति पर आधारित बंटवारे पर चर्चा है शायद कुछ लोगों की आंखों से पर्दा उठ जाएं".

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बता दें कि हाल ही में चौधरी जयंत सिंह राज्यसभा सांसद बने हैं और राजस्थान से राष्ट्रीय लोक दल इस बार मजबूती से चुनाव मैदान में उतरने को तैयार है. यह भी एक बड़ी वजह मानी जा रही है कि जयंत ने ट्विटर पर बिश्नोई नाम जोड़ा है.

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