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रामभक्तों के लिए बड़ी राहत, इन चार मार्गों पर बिना बाधा के दौड़ेंगे वाहन, प्रशासन ने बनाई रणनीति - प्राण प्रतिष्ठा ग्रीन कॉरिडोर

अयोध्या के राम मंदिर में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratistha Green Corridor) में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. इसे लेकर लगातार तमाम व्यवस्थाएं की जा रहीं हैं.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 18, 2024, 7:37 AM IST

Updated : Jan 19, 2024, 6:18 AM IST

लखनऊ : रामनगरी में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. इसे लेकर चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है.योगी आदित्यनाथ सरकार इस ऐतिहासिक मौके पर प्रदेश के चार अलग- अलग मार्गो से अयोध्या के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाएगी. इस कॉरिडोर से परिवहन निगम की बसें और प्राइवेट बसों के अलावा प्राइवेट टैक्सी निर्बाध रूप से संचालित होंगी. इंटरसेप्टर से इस ग्रीन कॉरिडोर की निगरानी की जाएगी. ग्रीन कॉरिडोर से वाहन बिना किसी बाधा के संचालित हो सकेंगे.

प्रमुख सचिव ने ली बैठक : परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव एल. वेंकटेश्वर लू की अध्यक्षता में बुधवार को परिवहन निगम के सभागार कक्ष में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों की समीक्षा बैठक हुई. प्रमुख सचिव ने बताया कि गोरखपुर-अयोध्या, प्रयागराज-अयोध्या, वाराणसी-अयोध्या, लखनऊ-अयोध्या मार्ग पर ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा.अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं/यात्रियों को आवागमन में समस्या न हो, इसी को ध्यान में रखकर दो माह के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया जा रहा है. आवश्यकतानुसार इसे आगे भी बढ़ाया जाएगा. उन्होंने कहा कि रेलवे अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आस्था एक्सप्रेस का संचालन कर रहा है. आने वाले श्रद्धालुओं को आवागमन की सुविधा के लिए परिवहन निगम इलेक्ट्रिक बसें संचालित करेगा.

ओवरस्पीडिंग और ओवरलोडिंग की होगी जांच : प्रमुख सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि टैक्सी, इलेक्ट्रिक ऑटो और बसें आसानी से उपलब्ध हों, इसकी तैयारी की जाए. सभी अधिकारी सुनिश्चित कर लें कि ड्राइवर/कंडक्टर वर्दी में हों. ब्रेथ एनलाइजर से सभी चालक/परिचालक की जांच की जाए. इंटरसेप्टर के माध्यम से ओवरस्पीडिंग की भी जांच की जाए, जिससे दुर्घटना को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि बसों में ओवरलोडिंग की चेकिंग की जाए. प्रमुख सचिव ने कहा कि बस स्टेशन और बसें साफ-सुथरी रहें. बसों और बस स्टेशनों पर रामधुन/राम भजन बजाई जाए जिससे कि आने वाले श्रद्धालुओं को गुडफील हो. उन्होंने कहा कि एलईडी और फ्लैक्सी के माध्यम से श्रद्धालुओं को जानकारी उपलब्ध कराई जाए. बसों में अधिकारियों के कान्टेक्ट नम्बर लिखे हों.

प्रमुख सचिव ने कहा कि 22 जनवरी के बाद हर रोज एक लाख श्रद्धालुओं के अयोध्या दर्शन करने आने की संभावना है. श्रद्धालुओं को बेहतर परिवहन सेवा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी परिवहन निगम की है. परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने बताया कि अयोध्या रूट पर श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं होने दी जाएगी. बसों की पूरी व्यवस्था कर ली गई है. पुरानी बसें रूट से हटाकर नई बसें लगाई जा रही हैं. प्रदेश के विभिन्न तीर्थ स्थलों से अयोध्या को जोड़ने वाले मार्गो पर बेहतर बसों का ही संचालन किया जाएगा.

यह भी पढ़ें : राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा तीसरा दिन LIVE : 550 वर्षों के इंतजार के बाद आज गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे रामलला

लखनऊ : रामनगरी में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. इसे लेकर चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है.योगी आदित्यनाथ सरकार इस ऐतिहासिक मौके पर प्रदेश के चार अलग- अलग मार्गो से अयोध्या के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाएगी. इस कॉरिडोर से परिवहन निगम की बसें और प्राइवेट बसों के अलावा प्राइवेट टैक्सी निर्बाध रूप से संचालित होंगी. इंटरसेप्टर से इस ग्रीन कॉरिडोर की निगरानी की जाएगी. ग्रीन कॉरिडोर से वाहन बिना किसी बाधा के संचालित हो सकेंगे.

प्रमुख सचिव ने ली बैठक : परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव एल. वेंकटेश्वर लू की अध्यक्षता में बुधवार को परिवहन निगम के सभागार कक्ष में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों की समीक्षा बैठक हुई. प्रमुख सचिव ने बताया कि गोरखपुर-अयोध्या, प्रयागराज-अयोध्या, वाराणसी-अयोध्या, लखनऊ-अयोध्या मार्ग पर ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा.अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं/यात्रियों को आवागमन में समस्या न हो, इसी को ध्यान में रखकर दो माह के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया जा रहा है. आवश्यकतानुसार इसे आगे भी बढ़ाया जाएगा. उन्होंने कहा कि रेलवे अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आस्था एक्सप्रेस का संचालन कर रहा है. आने वाले श्रद्धालुओं को आवागमन की सुविधा के लिए परिवहन निगम इलेक्ट्रिक बसें संचालित करेगा.

ओवरस्पीडिंग और ओवरलोडिंग की होगी जांच : प्रमुख सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि टैक्सी, इलेक्ट्रिक ऑटो और बसें आसानी से उपलब्ध हों, इसकी तैयारी की जाए. सभी अधिकारी सुनिश्चित कर लें कि ड्राइवर/कंडक्टर वर्दी में हों. ब्रेथ एनलाइजर से सभी चालक/परिचालक की जांच की जाए. इंटरसेप्टर के माध्यम से ओवरस्पीडिंग की भी जांच की जाए, जिससे दुर्घटना को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि बसों में ओवरलोडिंग की चेकिंग की जाए. प्रमुख सचिव ने कहा कि बस स्टेशन और बसें साफ-सुथरी रहें. बसों और बस स्टेशनों पर रामधुन/राम भजन बजाई जाए जिससे कि आने वाले श्रद्धालुओं को गुडफील हो. उन्होंने कहा कि एलईडी और फ्लैक्सी के माध्यम से श्रद्धालुओं को जानकारी उपलब्ध कराई जाए. बसों में अधिकारियों के कान्टेक्ट नम्बर लिखे हों.

प्रमुख सचिव ने कहा कि 22 जनवरी के बाद हर रोज एक लाख श्रद्धालुओं के अयोध्या दर्शन करने आने की संभावना है. श्रद्धालुओं को बेहतर परिवहन सेवा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी परिवहन निगम की है. परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने बताया कि अयोध्या रूट पर श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं होने दी जाएगी. बसों की पूरी व्यवस्था कर ली गई है. पुरानी बसें रूट से हटाकर नई बसें लगाई जा रही हैं. प्रदेश के विभिन्न तीर्थ स्थलों से अयोध्या को जोड़ने वाले मार्गो पर बेहतर बसों का ही संचालन किया जाएगा.

यह भी पढ़ें : राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा तीसरा दिन LIVE : 550 वर्षों के इंतजार के बाद आज गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे रामलला

Last Updated : Jan 19, 2024, 6:18 AM IST
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