लखनऊ: राजधानी के सरोजनी नगर क्षेत्र में रविवार सुबह करीब चार बजे एसटीएफ की टीम ने मुख्तार अंसारी गिरोह के शार्प शूटर राकेश पाण्डेय उर्फ हनुमान पाण्डेय को मुठभेड़ में मार गिराया. वहीं उसके चार अन्य साथी मौके से भागने में कामयाब रहे. जानकारी के मुताबिक वाराणसी एसटीएफ और लखनऊ पुलिस ने मिलकर इस मुठभेड़ को अंजाम दिया है. गोली लगने से घायल राकेश पाण्डेय को उपचार के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
राकेश के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद उसके पिता ब्रह्मदत्त पाण्डेय ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस ने घर से ले जाकर बेटे को मार डाला है. उन्होंने बताया कि हनुमान को पुलिस लखनऊ स्थित आवास से शनिवार की रात तीन बजे उठाकर ले गई और एनकाउंटर कर दिया. उनका बेटा अपनी मां का लखनऊ में इलाज करवा रहा था. वह अपनी मां को लेकर आता-जाता था. उस पर एक लाख का इनाम कब घोषित हुआ, ये नहीं पता. ज्यादातर केस से वह बरी हो गया था और जेल से बाहर था.
राकेश पाण्डेय के पिता ब्रह्मदत्त पाण्डेय ने कहा कि मेरे बेटे को एसटीएफ की टीम ने घर से रात तीन बजे उठाया था. वह एक महीने से अपनी मां का इलाज करवा रहा था. पिता की मानें तो राकेश सारे मुकदमों में बरी हो गया था, सिर्फ दो मुकदमे ही बचे हैं. उसे राजनैतिक षडयंत्र में फंसाया गया है.