लखनऊ : राजभवन के प्रांगण में शुक्रवार को फूलों से बने महादेव थे और आकर्षक राम दरबार भी. यहां सात फीट लंबाई की लौकी दिखी और आकर्षक सब्जियां भी. फूलों की ऐसी बगिया जिसको जिसने देखा वह देखता ही रह गया. इन्हीं देखने वालों में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल रहे. दोनों ही राजभवन में आयोजित पुष्प शाकभाजी प्रदर्शनी के आकर्षण से मंत्रमुग्ध नजर आए. इस प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शुक्रवार सुबह किया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रगतिशील किसान औद्योगिक और कृषि क्षेत्र में शानदार काम कर रहे हैं. राजभवन प्रांगण में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली प्रदेश की सबसे बड़ी फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन 17 फरवरी से 20 फरवरी तक किया जा रहा है. इस वर्ष की 54वीं प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का शुभारंभ प्रदेश की राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा किया गया. इस अवसर पर उद्यान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह की भी उपस्थिति रहे. प्रदर्शनी में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रथम विजेता को 51 हजार रुपये, द्वितीय विजेता को 31 हजार रुपये और तृतीय विजेता को 11 हजार रुपये की धनराशि पुरस्कार के रूप में दी जाएगी. अन्य सभी वर्गों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्श पुरस्कार की 11 हजार रुपये की धनराशि निर्धारित की गई है. गमलों के कलात्मक समूहों का प्रदर्शन और फोटोग्राफी प्रतियोगिता विशेष आकर्षण के केंद्र हैं.
निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण डॉ. आरके तोमर ने बताया कि प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी में कुल 48 क्लास एवं 628 वर्ग में प्रतिभागी प्रतिभाग कर रहे हैं. प्रदर्शनी को शिड्यूल के अनुसार दो भागों में विभक्त है. भाग-1 को 13 क्लास एवं 139 वर्ग में विभाजित किया गया है, इसके अन्तर्गत शाकभाजी, फल, मशरूम, फल संरक्षण, शहद एवं पान के पत्तों आदि की प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है. भाग-2 को 35 क्लास एवं 489 वर्ग में विभाजित किया गया है. इसके अन्तर्गत सदाबहार पत्ती फूल. शोभाकार, औषधीय पौधे अन्य मौसमी फूलों के गमलों, गमलों में लगी शाकभाजी, गमलों के कलात्मक समूह की प्रतियोगिता, पॉलीहाउस में उत्पादित विभिन्न प्रजातियों के पुष्प, गुलाब तथा डहेलिया आदि के कटे पुष्पों की प्रतियोगिता, औषधीय सकुलेन्ट्स, बोनसाई पौधों की प्रतियोगिता, व्यक्तिगत तथा राजकीय आवासों, राजकीय कार्यालय, शिक्षा संस्थाओं, पब्लिक पार्क तथा प्राचीन व ऐतिहासिक उद्यानों तथा फोटोग्राफी आदि की प्रतियोगिता आयोजित की गयी है.
उन्होंने बताया कि प्रादेशिक फल. शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी में सायं तक कुल 2181 प्रतिभागियों द्वारा 16740 प्रदर्शों की एन्ट्री लखनऊ सहित विभिन्न जनपदों द्वारा की गई है. प्रदर्शनी में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रथम विजेता को 51 हजार रुपये, द्वितीय विजेता को 31 हजार रुपये और तृतीय विजेता को 11 हजार रुपए की धनराशि पुरस्कार के रुप में दी जाएगी. अन्य सभी वर्गों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्श पुरस्कार की 11 हजार रुपये की धनराशि निर्धारित की गई है. गमलों के कलात्मक समूहों का प्रदर्शन और फोटोग्राफी प्रतियोगिता विशेष आकर्षण के केंद्र होंगे.