लखनऊ: निजीकरण के विरोध में बुधवार देर शाम चारबाग रेलवे स्टेशन पर रेलकर्मियों ने नार्थ रेलवे मजदूर यूनियन के नेतृत्व में निजीकरण का पुतला फूंका और साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
रेल के निजीकरण के खिलाफ किया प्रदर्शन
बुधवार को राजधानी में नार्थ रेलवे मजदूर यूनियन के नेतृत्व में रेलकर्मियों ने चारबाग रेलवे स्टेशन पर निजीकरण के खिलाफ सरकार पर जमकर नारेबाजी की और निजीकरण का पुतला फूंका. रेलकर्मियों का कहना है कि हम लोग निजीकरण का विरोध पूरे देश में कर रहे हैं. भारत सरकार को ये मैसेज जा रहा है कि निजीकरण हम बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे.
आईआरसीटीसी ने अभी एक साइट खोली है, जिस पर लोग बुकिंग क्लर्क के लिए अप्लाई करें. उन्होंने इसके लिए एक नोटिस निकाल दी है. भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल कहते हैं कि निजीकरण नहीं होगा, लेकिन यह उनकी झूठी बात है, इसीलिए हम इसका विरोध कर रहे हैं.
प्राइवेट कंपनियों की तरफ है सरकार का रुझान
भारत सरकार की जो कर्मचारी नीतियां हैं, हम उसका लगातार विरोध कर रहे हैं. लगातार प्राइवेट की तरफ सरकार का रुझान है और हम इसका विरोध करेंगे. अगर रेल का चक्का जाम करने की नौबत आती है तो हम चक्का जाम कर देंगे. हम निजीकरण नहीं होने देंगे.
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150 ट्रेनों को निजी हाथों में सौंपने का प्लान
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि भारत सरकार की नीतियां मजदूर विरोधी हैं. तेजस में ड्राइवर हमारा जाएगा, मेंटेनेंस रेल करेगा, लेकिन फायदा निजी प्राइवेट को जाएगा, पूंजीपतियों को जाएगा. उसी तरीके से जैसे हमारे छोटे कर्मचारियों को पहले हटा दिया गया. गवर्नमेंट हम लोगों को रेल का चक्का जाम करने को बाध्य कर रही है. अभी पता चला है कि 50 स्टेशनों को प्राइवेट में देंगे, 150 और गाड़ियां प्राइवेट चलाएंगे तो यह बताया जाए कि जब रेल घाटे में है तो फिर आप कैसे इतनी गाड़ियां प्राइवेट सेक्टर को दे रहे हैं.
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