लखनऊ: रेलवे के निजीकरण की सुगबुगाहट के बीच रेल कर्मचारियों ने शनिवार रात अपने घरों की बत्ती बुझाकर विरोध प्रदर्शित किया. लखनऊ की रेलवे कालोनियों में रेल कर्मियों ने रात 8 से 8:10 बजे तक अपने घरों की बत्ती बंदकर अंधेरा कर दिया. उन्होंने जाहिर किया कि अगर रेलवे का निजीकरण हुआ, तो रेल कर्मियों की जिंदगी अंधेरे में हो जाएगी. इस दौरान सरकार से किसी कीमत पर भी रेल का निजीकरण न करने की मांग की गई.
रेलकर्मियों ने अपने घर की लाइटें बंद कर जताया विरोध लखनऊ की रेलवे कॉलोनियों में हजारों रेल कर्मचारी रहते हैं. सरकार रेलवे के निजीकरण के रास्ते पर बढ़ रही है. ऐसे में कर्मचारी सरकार के इस कदम का विरोध कर रहे हैं. शनिवार रात को 10 मिनट के लिए चारबाग की सेवाग्राम कॉलोनी के रेल कर्मचारियों ने अपने घरों की बिजली बंद कर दी. इसके अलावा लखनऊ की एपी सेन रोड में भी स्टेशन मास्टर बबीता शाही के आह्वान पर ब्लैकआउट किया गया. रेल कर्मियों ने अपने आवासों की भी बत्ती बुझाकर विरोध जाहिर किया. इससे पहले ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन की अपील पर रेल कर्मचारियों ने शनिवार को प्रधानमंत्री, रेल मंत्री और रेल मंत्रालय को 'रेल बचाओ देश बचाओ' हैशटैग के साथ ट्वीट करके भी अपना आक्रोश व्यक्त किया था.
रेलवे कॉलोनी में छाया अंधेरा इसके अलावा लगातार रेलकर्मी हर रोज सांकेतिक विरोध-प्रदर्शन कर सरकार के निजीकरण के फैसले के खिलाफ एकजुट होकर प्रदर्शित कर रहे हैं. रेल यूनियन के नेता शिव गोपाल मिश्रा ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर रेलवे के निजीकरण का फैसला लिया, तो देशभर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा.