लखनऊ: मेन लाइन की जगह लूप लाइन पर नीलांचल एक्सप्रेस को गुजारना रेलवे के जिम्मेदारों को भारी पड़ सकता था. वजह लूप लाइन से जैसे ही नीलांचल एक्सप्रेस गुजरी, वैसे ही ट्रेन की पटरी गर्मी में पिघलकर फैल गई. निगोहां स्टेशन पर मेन लाइन की जगह उसे लूप लाइन पर भेज दिया गया था. पटरी फैलने से लाेको पायलट को झटका महसूस हुआ तो उसने ट्रेन रोक दी. तत्काल पायलट ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी. इसके बाद इंजीनियरिंग अनुभाग के कर्मचारियों ने पटरी को दुरुस्त किया.
जानकारी के मुताबिक शनिवार को ट्रेन संख्या 12875 पुरी-आनंद विहार नीलांचल एक्सप्रेस लखनऊ की ओर आ रही थी. दोपहर 2:14 बजे नीलांचल एक्सप्रेस रायबरेली से छूटी थी. बछरावां तक थ्रू ग्रीन सिग्नल के बाद नीलांचल एक्सप्रेस लखनऊ की तरफ़ आ रही थी. ट्रेन को निगोहां के आउटर सिग्नल पर मेन लाइन की जगह लूप लाइन पर भेज दिया गया. इसके पीछे वजह थी कि मेन लाइन पर मालगाड़ी खड़ी थी. लोको पायलट ने लूप लाइन का सिग्नल मिलते ही ट्रेन की स्पीड कंट्रोल की. लूप लाइन पर सिर्फ 30 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से नीलांचल एक्सप्रेस निगोहां स्टेशन की लूप लाइन से गुजरी. लूप लाइन से गुजरते हुए नीलांचल एक्सप्रेस के लोको पायलट को तेज झटका लगा. आनन-फानन में लोको पायलट ने समझ लिया कि पटरी में कुछ न कुछ गड़बड़ी है. सामने आया कि गर्मी के चलते पटरी में आ गया है. आगे कोई और ट्रेन ना गुजरे इसको लेकर एहतियात बरतते हुए पटरी को दुरुस्त करने का कार्य कराया गया. इसके चलते तकरीबन आधा घंटे नीलांचल एक्सप्रेस खड़ी रही.