लखनऊ : नोवेल कोरोना महामारी को लेकर उत्तर प्रदेश में इन दिनों 55 घंटे का मिनी लॉकडाउन जारी है. कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन से रोज कमाने और खाने वालों के सामने दो वक्त के भोजन का संकट गहरा गया है. ऐसे में गरीबों की सहायता और खाने-पीने के प्रबंध को लेकर लखनऊ की राहत-ए-इंसानियत संस्था एक बार फिर से सड़कों पर जरूरतमंदों की मदद कर रही है. संस्था के ट्रस्टी चांद कुरेशी ने शनिवार को लॉकडाउन के दौरान गरीबों में लंच पैकेट बांटने का कार्य किया.
राजधानी लखनऊ की जुग्गी-झोपड़ी और धार्मिक स्थलों के बाहर बैठे जरूरतमन्दों की मदद करने के लिए राहत-ए-इंसानियत ट्रस्ट 55 घंटे के मिनी लॉकडाउन में सड़कों पर निकलकर मदद कर रही है. लखनऊ के ग्रामीण और शहरी इलाकों में ट्रस्ट के लोग सुबह और शाम खाने के लंच पैकेट घर से बनाकर लोगों को बांट रहे हैं.
ट्रस्ट के ट्रस्टी चांद कुरेशी ने बताया कि हमारी संस्था जब से देश में लॉकडाउन जारी है. तब से लेकर अब तक गरीबों की सहायता के लिए कार्य करती आ रही है. संस्था आगे भी जब तक कोरोना जैसी महामारी अपने देश से चली नहीं जाती, तब तक गरीबों की भूख मिटाने का प्रयास जारी रखेगी. चांद कुरेशी ने बताया कि उनकी ट्रस्ट के 20 से ज्यादा सदस्य राजधानी के अलग अलग हिस्सों में खाने के पैकेट और जरूरत पड़ने पर राशन किट भी पहुंचाकर गरीबों की मदद कर रहे हैं.