लखनऊ: दिल्ली जयपुर जैसे बड़े शहरों से अपने गांव की ओर निकले सैकड़ों लोगों को राजधानी लखनऊ में रोक लिया गया है. योगी सरकार ने ऐसे सभी लोगों को राजधानी लखनऊ में क्वॉरेंटाइन करने का फैसला किया है. गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में क्वॉरेंटाइन वार्ड बनाया गया है, जिसमें 500 लोगों को ठहराया गया है.
कोरोना वायरस की वजह से देश में लॉकडाउन करने के बाद बड़े शहरों से श्रमिक वर्ग के लोग पैदल अपने गांव जा रहे हैं. उन्हें राजधानी लखनऊ में रोका जा रहा है. पहले योगी सरकार ने ऐसे सभी लोगों को रोडवेज की बसों से मुफ्त में घर पहुंचाने का फैसला किया था, लेकिन गांव में ऐसे लोगों के प्रवेश करने पर हो रहे विरोध को देखते हुए सरकार ने सभी लोगों को राजधानी लखनऊ और बड़े शहरों में ही क्वॉरेंटाइन करने का फैसला किया है.
गोमती नगर के इंदिरा गांधी (आईजीपी) का इस्तेमाल सामुदायिक कार्यों के लिए किया जाता है और इसमें कई विशाल हॉल मौजूद हैं. लखनऊ जिला प्रशासन के अधिकारियों ने सोमवार को जो लोग भी सड़क पर पैदल जाते दिखाई दिए. उन्हें गाड़ियों में भरकर सीधे आईजीपी पहुंचाया है. इन लोगों को यहां बिस्तर दिए गए हैं और सामाजिक संस्थाओं की ओर से भोजन भी मुहैया कराया जा रहा है. सभी लोगों को बताया गया है कि अब उन्हें अगले 14 दिन तक यहां रहकर एकांतवास पूरा करना होगा.
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