लखनऊ : उत्तर प्रदेश में तेजी से बन रहे एक्सप्रेस-वे पर सुविधाएं भी बढ़ेंगी. एक्सप्रेस-वे पर होने वाली दुर्घटनाओं में घायलों को अब आठ से 10 मिनट के भीतर चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी. पेट्रोल पंपों की संख्या बढ़ेगी. भोजनालय, शौचालय की सुविधा भी बढ़ने जा रही है. निर्माणाधीन पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में होने की उम्मीद है. इसी दौरान इस एक्सप्रेस-वे पर बनाई गई एयर स्ट्रिप का परीक्षण वायुसेना करेगी.
यूपीडा के अपर मुख्य कार्य पालक अधिकारी श्रीशचंद्र वर्मा ने बताया कि 340 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का बचा हुआ कार्य, इसी माह पूरा हो जाएगा. इस एक्सप्रेस-वे पर एयर स्ट्रिप भी बनाई गई है, जिसका परीक्षण लोकार्पण से पूर्व वायुसेना से कराए जाने की तैयारी है. एक्सप्रेस-वे पर पेट्रोल पंपों की संख्या बढ़ाई जाएगी. प्रत्येक 50 किलोमीटर पर यात्रियों को शौचालय, भोजनालय व अन्य सुविधाएं मिल सकें, इसके लिए कार्य किया जा रहा है. एक्सप्रेस-वे पर कम से कम 8 स्थानों पर यह सुविधा उपलब्ध होगी.
श्रीचंद्र वर्मा ने बताया कि पूरे एक्सप्रेस-वे पर कैमरे लगाए जा रहे हैं. कहीं से भी बैठकर गाड़ी की लोकेशन ट्रेस की जा सकेगी. दुर्घटना की स्थिति में 8 से 10 मिनट के भीतर सहायता मिल सकेगी. यह सुविधा उत्तर प्रदेश के सभी एक्सप्रेस-वे पर उपलब्ध होगी. 96 किलोमीटर लंबे गोरखपुर एक्सप्रेस-वे पर दो सुविधा केंद्र बनाए गए हैं. श्री वर्मा ने बताया कि गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि अधिग्रहण का 73% कार्य यूपीडा ने पूरा कर लिया है. राज्य सरकार की मंजूरी मिल चुकी है. जल्द ही इस पर टेक्निकल बिड और फाइनेंशियल बिड कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि सभी एक्सप्रेस-वे पर नियंत्रण कक्ष बनाए जा रहे हैं, जहां से आवागमन पर निगरानी की जा सकेगी. इससे ना केवल आपराधिक गतिविधियां रोकने में मदद मिलेगी, बल्कि दुर्घटना की स्थिति में त्वरित मदद भी पहुंचाई जा सकेगी.
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'गुणवत्ता पर है पूरी नजर'
श्री वर्मा ने ईटीवी से बातचीत करते हुए बताया कि निर्माण के दौरान एक्सप्रेस-वे की गुणवत्ता पर पूरी नजर रखी जा रही है. जिन कंपनियों को काम दिया गया है उनकी तीन स्तरीय मॉनिटरिंग की जा रही है. 5 साल तक रखा खाओ का जिम्मा भी उन्हीं कंपनियों को दिया गया है. उन्होंने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर 22 हजार 494 करोड़, गोरखपुर एक्सप्रेस-वे पर 5000 करोड़, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर 14 हजार 800 करोड़ लागत आने का अनुमान है. उद्घाटन और लोकार्पण की तारीख अभी तय नहीं हो सकी है. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में अवश्य करा लिया जाएगा.